देहरादून : सीएम त्रिवेंद्र रावत ने सचिवालय में वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक ली. जिसमे कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इस बैठक में वन मंत्री डा.हरक सिंह रावत, विधायक सुरेश राठौर, दीवान सिंह बिष्ट, प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन, मुख्य वन संरक्षक जयराज, डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार सहित वन विभाग के अधिकारी और राज्य वन्य जीव परिषद के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
कार्बेट टाइगर रिजर्व में प्रायोगिक तौर पर गैण्डे का रिइन्ट्रोडक्शन किया जाने का फैसला लिया गया हैं जिसके जरिए पश्चिमी बंगाल से 10 गैंडे लाए जाएंगे। मानव वन्य जीव संघर्ष से प्रभावित गांवों में वॉलण्टरी विलेज प्रोटेक्शन फोर्स की स्थापना जल्द से जल्द की जाने का भी फैसला लिया गया हैं। हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर बंदरों को पीड़क घोषित करने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।इसके अलावा गढ़वाल और कुमाऊ मण्डल में 100 – 100 एकड़ का बंदरों के लिए बाड़े बनाए जाने का निर्णय लिया गया हैं।
ये फैसले लिए गए-
1.जल्द ही उत्तराखंड में देखने को मिल सकते हैं गेंडे.
2.जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में 10 गेंडे लाने के प्रस्ताव को राज्य.
3.वाइल्डलाइफ बोर्ड ने भी सहमति.
4. 4 करोड़ की लागत का है प्रोजेक्ट, भारतीय वन्यजीव संस्थान की रिसर्च के आधार पर तैयार प्रोजेक्ट किया गया है
5. बंगाल और असम से 10 घंटे लाए जाएंगे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
6. जिम कॉर्बेट आने वाले सैलानियों को अब बाग के साथ-साथ गैंडे के भी होंगे
7 बंदरों को वर्मिन घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली.
8. राज्य वाइल्ड लाइफ़ बोर्ड ने नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड को भेजा प्रस्ताव
9. नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड से अगर मिली अनुमति तो रिजर्व क्षेत्र से बाहर बंदरों को मारने पर नहीं होगी पाबंदी
10.हिमाचल में पहले से ही बंदरों को घोषित किया जा चुका है वर्मिन
11. राजा जी नेशनल पार्क में जल्दी लाये जाएंगे वाइल्ड डॉग्स
12. भारतीय वन्यजीव संस्थान के रिसर्च के मुताबिक जंगली सूअर और गुलदार के मामलों में मिल सकती है सफलता
13. वाइल्ड डॉग तेंदुओं की बढ़ती पैदावार को कंट्रोल करने में होते हैं सहायक
14. राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र में लाए जाएंगे वाइल्ड डॉग