हल्द्वानी(योगेश शर्मा)- राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है की वो अपने प्रदेश में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाये…लेकिन प्रदेश में शिक्षा का आलम यह है की नैनीताल जिले में 150 प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की इतनी कमी है की उन स्कूलों बन्द किये जाने पर विचार किया जा रहा है.
जिला शिक्षाधिकारी प्राथमिक शिक्षा का कहना है की इन 150 स्कूलों में छात्र संख्या 10 से भी कम है जो की आरटीई के मानकों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं, जिसकी वजह से इन स्कूलों को 1 किमी के दायरे मे आने वाले अन्य बड़े स्कलों में समायोजित कर दिया जायेगा. स्कूलों को बन्द करने को लेकर जिला प्रशासन से लेकर शिक्षा विभाग को अवगत करा दिया गया है जिस पर विचार किया जा रहा है.
वही जिले के अन्दर जर्जर हालत मे चल रहे स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए अगले वितीय वर्ष में जिला योजना के बजट स्वीकृत कराने पर भी काम किया जायेगा।