देहरादून : विधानसभा के शीतकालनी सत्र का आज तीसरा दिन है. सत्र शुरु होते ही कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायक गैलरी में धरने पर बैठे और सरकार का विरोध किया.
बता दें कि ये विरोध हरि प्रसाद टम्टा शिल्प कला केंद्र के कार्य को रोकने को लेकर किया गया. धरने पर उपनेता करन माहरा, हरीश धामी, मनोज रावत, आदेश चौहान बैठे.
बता दें कि हरि प्रसाद शिल्प कला केंद्र का निर्माण जागेश्वर विधानसभा के गुरुड़ाबांज क्षेत्र में हो रहा है जिसे रोक दिया गया जिसके विरोध में कांग्रेसी आज धरने पर बैठे. इस पर गोविंद सिंह कुंजवाल का कहना है कि पर्वतीय क्षेत्र के परंपरागत शिल्प कला के उत्थान की योजना अधर में लटकी है.
कुंजवाल का कहना है कि गुरुड़ाबांज में चयनित भूमि के समलीकरण, मुख्य सड़क से संस्थान तक सड़क निर्माण, चहारदीवारी, बिजली पानी की लाइन बिछाने, भवन की बुनियाद डालने आदि काम हुए लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद संस्थान का काम आगे नहीं बढ़ सका. आरोप लगाया कि 3 साल में सरकार ने निर्माण के लिए कुछ नहीं किया. 36 करोड़ 60 लाख का बजट भी सरकार नहीं दे पाई.
कुंजवाल ने कहा कि धौलादेवी विकासखंड के गुरुड़ाबांज में एक अरब रुपये की लागत से हरि प्रसाद टम्टा शिल्प उन्नयन संस्थान बन रहा है. उत्तराखंड की परंपरागत शिल्पकला के उत्थान और सुदृढ़ीकरण के साथ ही प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करना है, ताकि राज्य की लुप्त होती शिल्पकला को अगली पीढ़ी के माध्यम से सुदृढ़ किया जा सके और रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हो. गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा किसंस्थान में पर्वतीय क्षेत्र के पत्थर के परंपरागत शैली के भवन निर्माण, ताम्र शिल्प, पीतल उद्योग, बांस और रिंगाल की वस्तुओं का निर्माण, प्रशिक्षणों के माध्यम से उत्पादों का निर्माण और विपणन की व्यवस्था करना था.
गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि ग्रामीणों को स्थानीय उत्पादों के लिए कच्चे माल की भी व्यवस्था करनी को योजना थी. प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिभागियों के लिए इसी परिसर में हॉस्टल का निर्माण भी किया जाना है.