देहरादून: चार धाम यात्रस के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सरकार लगातार दावे कर रही है कि सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से तीर्थ यात्रियों को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है। बार-बार पुलिस के रोकने से लोगा परेशान हैं। हरिद्वार में जिला पर्यटन कार्यालय में चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर श्रद्धालुओं की लम्बी कतार लगी रही।
भीड़ के कारण काउंटर पर कई बार धक्का-मुक्की होती रही। लेकिन जैसे ही श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन स्लॉट जून के प्रथम सप्ताह तक बुक होने पता चला उनमें निराशा छा गई। श्रद्धालुओं का कहना है कि सरकार को पर्याप्त व्यवस्थाएं करनी चाहिए थी। जब दूर-दराज से श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं तो पता चला रहा है कि रजिस्ट्रेशन फुल हो गए हैं।
लोगों को ऋषिकेश आने के बाद पता चल रहा है कि रजिस्ट्रेशन स्लॉट जून के पहले सप्ताह तक बुक हैं। अगर इतने दिन इंतजार करना पड़ा तो यहां पहुंचने के बाद लोगों के सामने संकट हो गया है। सरकार ने चारों धामों में श्रद्धालुओं के प्रतिदिन आने की संख्या तय कर रखी है। इसके बाद भी धामों में बिना पंजीकरण के बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कत केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में पेश आ रही है।
अब जब समस्या बढ़ने लगी है, तो बिना पंजीकरण वाले श्रद्धालुओं को लौटाया जा रहा है। इसे लेकर हंगामा भी हो रहा है। धामों में अब श्रद्धालुओं के वीआईपी दर्शन की व्यवस्था जरूर समाप्त हो गई है। अब सभी को एक समान रूप से दर्शन करने पड़ रहे हें। इतना ही नहीं, शनिवार को गंगोत्री धाम में 9369 और यमुनोत्री में 8272 यात्री पहुंचे। यमुनोत्री धाम में 25 यात्री अनफिट पाए गए।