देहरादून: वन मंत्री हरक सिंह रावत और लैंसडौन विधायक हरक सिंह रावत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। लैंसडौन विधायक ने बयान दिया था कि टाइगर सफारी से कंडी मार्ग को निर्माण असंभव हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पोखरों बफर जोन में टाइगा सफारी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी।
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी ने टाइगर सफारी की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व में यह पहली सफारी होगी। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण के लिए 4 करोड़ के बजट की व्यवस्था टाइगर फउंडेशन से की है। इसके तहत बहुदेश्य भवन और म्यूजिम तो बनेगा ही साथ ही झील का निर्माण भी किया जाएगा।
हरक सिंह रावत ने बताया कि पहले चरण में 48 करोड़ खर्च होंगे। पूरा काम 150 करोड़ अनुमानित है। वन मंत्री ने कहा कि टाइगर सफारी के बनने से कंडी मार्ग निर्माण में कोई दिक्कत नहीं आने वाली। साथ ही कहा कि पाखोरों में प्राकृतिक जू बनाया जाएगा। इसमें 5 बाड़े बनाये जाएंगे, एक बाड़ा 25 हेक्टयर में बनेगा। हरक सिंह ने कहा कि इससे उत्तराखंड के लाखांे लोगों को रोजगार मिलेगा। जौलीग्रांट से कोटद्वार तक पर्यटन को पंख लगेंगे। यह टाइगर सफारी राज्य का प्राकृतिक जू होगा।