काशीपुर : सत्ता के साथ वर्दी का नशा भी सिर चढ़कर बोलता है और ऐसे ही नशे में चूर हैं काशीपुर कोतवाल चंचल शर्मा. जी हां काशीपुर कोतवाल के अभद्रता भरे व्यवहार के खिलाफ प्रदेश भर के पत्रकारों ने मोर्चा खोल लिया है. इसी साथ ही कोतवाल के खिलाफ रोष जताते हुए पत्रकारों ने राज्य निर्वाचन आयोग और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है.
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया, दिनभर खबर की तलाश में घूमता है पत्रकार जैसे पुलिस मुजरिम की तलाश में
एक पत्रकार दिन भर हाथ में कैमरा और आईडी लिए धूप -बारिश-आंधी-तूफान की परवाह किए बगैर दिन रात किसी को न्याय दिलाने और जनता को सच दिखाने के लिए शहर भर में पार्टी कार्यालयों और थाना-कोतवाली के चक्कर काटता है. एक पत्रकार दिन भर खबर की तलाश में ठीक वैसी ही इधर-उधर घूमता है जैसे किसी मुजरिम की तलाश में पुलिस…मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है. लेकिन उनके साथ इस तरीके की अभद्रता सरासर गलता है. पुलिस का काम पुलिस, मंत्री-विधायक का काम मंत्री विधायक और पत्रकार का काम एक पत्रकार ही कर सकता है फिर अपने काम में ऐसी अभद्रता क्यों. शायद ऐसे ही कुछ लोगों के कारण पुलिस का नाम खराब है औऱ डरते हैं ऐसे सेवकों से.
पत्रकारों को आचार संहिता का हवाला देते हुए की अभद्रता, खुद को कर रहे ठगा सा महसूस
पत्रकारों का आरोप है कि कोतवाल चंचल शर्मा ने पत्रकारों को आचार संहिता का हवाला देते हुए उनके साथ अभद्रता की. पत्रकारों नें पत्र में लिखा की काशीपुर कोतवाल के प्रभारी निरीक्षक चंचल शर्मा बीते 8 महीने से वहां तैनात हैं. और पत्रकारों के प्रति हमेशा उनका व्यवहार अभद्र और रुखा रहा है. पत्रकारों ने लिखा की 10 मार्च को राज्य में आचार संहिता लागू हुई औऱ 11 मार्च को नगर के एक पूर्व पार्षद द्वारा पत्रकारों के लिए सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की गयी जिसकी शिकायत लेकर काशीपुर मीडिया सेंटर के सभी सदस्य कोतवाली पहुंचे. लेकिन वहां मौजूद कोतवाल चंचल शर्मा द्वारा आचार संहिता का हवाला देते हुए मीडिया कर्मियों के साथ अभद्रता की और कहा कि की एक बार में चार से ज्यादा पत्रकार अंदर नहीं आ सकते. जिसके बाद पत्रकारों में खासा रोष है.
आपको बता दें ये पहला मामला नहीं है जब कोतवाल चंचल शर्मा पर इस तरीके का आरोप लगा हो बल्कि इससे पहले भी उन पर अभद्रता करने का आरोप लग चुका है.
पत्रकारों ने राज्य निर्वाचन आयोग औऱ डीजी को पत्र लिखा पत्र
पत्रकारों का आऱोप है की कोतवाल चंचल द्वारा उनकी शिकायत को भी गंभीरता से नहीं लिया गया. जिससे वह खुद को अपमानित और ठगा सा महसूस कर रहे हैं. इसी के चलते काशीपुर के सभी पत्रकारों ने बैठक कर कोतवाल के व्यवहार की कड़ी निंदा की. इसी के साथ पत्रकारों ने राज्य निर्वाचन आयोग औऱ डीजी को पत्र लिखा कोतवाल के खिलाफ कार्रवाही की मांग की है. वहीं पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. उनका आरोप है कि कोतवाल का विशेष पार्टी के तरफ झुकाव है और वो निष्पक्ष और निर्भिक चुनाव को प्रभावित करेंगे.
ये-ये हैं शामिल
मीडिया सेंटर के सदस्यों में अमर उजाला, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान, पंजाब केसरा, राष्ट्रीय सहारा, मंगल भूमि टाइमस्, एचएनएन, उत्तराखंड कुमाऊं दर्पण,नेशनल वॉयस, प्रधान टाइम्स, उत्तराखंड की सच्चाई, के टीवी न्यूज, टीवी 100, क्राइम के कई पत्रकार शामिल हैं.