देहरादून : जिस गर्मी को तुम सह नहीं पाते,AC कारों में। उस गर्मी में मैं खड़ा था, तपते चौराहों में। दिल की आंखों से तो देखो ज़रा, इस वर्दी के अंदर भी एक पिता है, पति है-आप जैसा एक इंसान है।…जी हां पुलिसकर्मियों का दर्द बयां किया है उत्तराखंड पुलिस की महिला पुलिस कर्मी सुनीता नेगी ने…
पेंटिग के जरिए किया पुलिसकर्मियों का दर्द बयां
सुनीता नेगी ने अपनी पेंटिग के जरिए तपती धूप में खड़े उनसभी पुलिसकर्मियों का दर्द बयां किया हैै जिन्हे लोग कोसते हैं. खुद नियमों को तोड़कर लोग वर्दी धारी को सुना जाते हैं लेकिन कभी किसी ने ये जानने की कोशिश की है कि कैसे वो इतनी धूप में ड्यूटी कर लोगों की सुरक्षा कर रहा है. तेज धूप में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के भी बच्चे घर में राह देख रहे होते हैं लेकिन उसके लिए वर्दी का कर्तव्य पहले है. सुनीता नेगी ने चार लाइनों में ही बहुत कुछ कह दिया औऱ जनता को बताया है कि वर्दी धारी की भी घर परिवार, इज्जत-मान सम्मान होता है. महिला कांस्टेबल ने पुलिसकर्मियों के अंदर का दर्द एक पिता, एक पति, एक बेटे का दर्द को भी बयां किया जो की वर्दी के अंदर छुपा है.
लेकिन बीच चौराहे में मोटी वर्दी में तेज धूप में ड्यूटी करना हर किसी के बस्की बात नहीं.
तपती धूप औऱ गर्मी में जहां लोग पतले कपड़ों में धूमते दिखाई देंगे तो वहीं एक वर्दीधारी उसी मोटी वर्दी में तेज तपती धूप में चौराहे में ड्यूटी करता दिखेगा…सुनीता नेगी ने इन्ही पुलिस कर्मियों का दर्द बयां किया है औऱ उनकी रिस्पेक्ट करने की अपील की है क्योंकि कुछ भी बोलकर निकल जाना आसान है लेकिन बीच चौराहे में मोटी वर्दी में तेज धूप में ड्यूटी करना हर किसी के बस्की बात नहीं.
ऐसे में वर्दी धारी ही है जिसको हर नजर ढूंढती है और कोसती है
इन दिनों पर्यटकों की और चारधाम यात्रियों की उत्तराखंड में कतार लगी है. पूरा उत्तराखंड जाम की चपेट में है ऐसे में वर्दी धारी ही है जिसको हर नजर ढूंढती है और कोसती है. हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंह नगर में भीषण गर्मी पर रही है, जाम लगा है लेकिन पुलिस कर्मी डटे हैं. अगर पुलिस कर्मी दो मिनट के लिए ड्यूटी प्वॉइंट से गायब हो जाए तो उनको कई लोग सुना जाते हैं लेकिन कोई खुद ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करता है. अगर जनता सहीं से ट्रैफिक नियमों का पालन करे औऱ वाहनों को सही दिशा में ले जाए खड़ा करे तो जाम की स्थिति शायद न बने..लेकिन खुद नियमों को तोड़ने वाले भी हम है और कोसने वाले भी.
आपको बता दें कि सुनीता नेगी इससे पहले भी अपनी पेंसिल आर्ट के जरिए कई सुख और दुखद घटनाओं को बयां कर चुकी है. महिला कांस्टेबल सुनीता नेगी इससे पहले भी कई पुलिस विभाग के अधिकारियों और सीएम से लेकर पीएम मोदी की तस्वीर को अपनी पेंसिल आर्ट के लिए जरिए कागज में उतार चुकी है…जो की साक्षात लगते हैं.
महिला कांस्टेबल सुनीता नेगी वर्तमान में पुलिस मुख्यालय देहरादून में तैनात
आपको बता दें कि महिला कांस्टेबल सुनीता नेगी वर्तमान में पुलिस मुख्यालय देहरादून में तैनात है. अपनी ड्यूटी से थोड़ा समय निकालकर वो किसी न किसी का दर्द कागज पर उतार कर लोगों को अच्छा संदेश देती है. पुलवामा अटैक पर बनाई गई वो पेंटिग आज भी उस मंजर को याद कराती है.
आप सभी से निवेदन है कि ट्रैफिक नियमों का पालन हमेशा करें और तपते धूप में चौराहों पर ड्यूटी कर रहे औऱ ट्रैफिक संभाल रहे पुलिसकर्मि की सुनें औऱ ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में उनका साथ दें.