देहरादून : उत्तराखंड वीरों की भूमि है…देवभूमि उत्तराखंड ने देश को कई वीर जवान दिए हैं जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी है. औऱ अभी भी उत्तराखंड के कई वीर जवान सीमा पर रहकर देश की रक्षा कर रहे हैं और दुश्मनों को धूल चटा रहे हैं.
हर घर से एक फौजी
उत्तराखंड के हर घर से एक फौजी जरुर है. कुछ देश की सेवा कर रिटायर्ड हो गए तो कुछ युवा देश की रक्षा कर रहे हैं औऱ कुछ सेना में जाने की तैयारी कर रहे हैं. पहाड़ी छोरे 12वीं पास करने के बाद से ही सेना भर्ती के लिए उत्सुक रहते हैं औऱ छोटी सी उमर में हाथों में राइफल लिए देश की रक्षा के लिए खड़े रहते हैं. वहीं युवाओं को ये फूर्ती देने और उनमें साहस भरने का काम कर रहा है यूथ फाउंडेशन.
3 जून को भर्ती में कई युवाओं ने अपनी किस्मत अजमाई
जी हां इस बात से सब वाकिफ हैं कि कोटद्वार में 3 जून को सेना भर्ती रैली थी जिसमे कई युवाओं ने अपनी किस्मत अजमाई कुछ सफल हुए तो कुछ असफल….इन सब के बीच एक युवा ऐसा था जो की चर्चा की विषय बना हुआ है.
विनय ने 4 मिनट 44 सेकंड में 1.6 किमी दौड़ निकाली
जी भी यूथ फाउंडेशन कैंप रोमियो के कैडेट विनय की काबिलियत ने तो भर्ती ऑफिसर को भी प्रभावित कर दिया. जैसे ही विनय सिंह ने 4 मिनट 44 सेकंड में 1.6 किमी दौड़ निकाली जिससे वहां मौजूद भर्ती ऑफिसरों ने भी विनय को शाबाशी दी और उसकी इस फूर्ती के लिए उन्हें सराहा.