पौड़ी गढ़वाल : खाकी के अनेकों रुप हैं। कहीं पुलिस के साथ अभद्रता की जाती है तो कहीं सलाम किया जाता है। कोरोना काल में खाकी लोगों के लिए मसीहा ही साबित हुई। पुलिस ने कोरोना रोकथाम के लिए खुद दिन रात सड़कों पर खड़े हो कर ड्यूटी की। खाकी धारी ने अपनी जान तो खतरे में डाली ही साथ ही अपने परिवार को भी जोखिम में डाला लेकिन क्या करें फर्ज के आगे सब छोटा है। एक ओर जहां देहरादून के पुलिसकर्मियों के वायरल वीडियो को लेकर लोग उन्हें कोस रहे हैं तो वहीं कोटद्वार में खाकी एक मानसिक रुप से कमजोरी पीआरडी जवान के लिए मसीहा साबित हुई। जी हां कोट्द्वार में एक पीआरडी जवान डबल सिंह काफी समय से अवसाद और मानसिक तनाव का शिकार थे। लेकिन एसआई कृपाल सिंह व अन्य पुलिसकर्मियों डबल सिंह के लिए मसीहा साबित हुए। उन्होंने डबल सिंह से बातचीत कर उन्हें मानसिक तनाव से बाहर निकालने की कोशिश की साथ ही उसकी मदद भी की। पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने न सिर्फ डबल सिंह को कपड़े दिलाए बल्कि नहलाया और बाल कटवाए, शेविंग करवाई और खाना खिलाया। इतना ही नहीं दारोगा ने डबल सिंह का आगे भी ख्याल रखने को कहा। वहीं डबल सिंह को काम देने का भी आश्वासन दिया। दारोगा ने डबल सिंह से पूछा की वो काम करेगा तो इस पर डबल सिंह ने हामी भरी और फूला नहीं समाया। उत्तराखंड पुलिस के इस काम को हमारा सलाम है। प्रदेश की जनता से अपील है कि कोरोना को हराने में स्वास्थ्य कर्मियों औऱ पुलिस का सहयोग करें।