देहरादून : मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35ए हटाने के फैसले के बाद से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में बौखलाहट है और तब से लेकर अब तक पाक सेना की भी नापाक हरकत देखी गई है. और वहीं सरकार के इस बड़े फैसले के बाद आतंकी संगठन द्वारा देश के 30 बड़े शहरों को उड़ाने की धमकी दी गई है. जिसको देखते हु देहरादून के रक्षा संस्थानों से लेकर एयरपोर्ट तक की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही भीड़भाड़ वाले व संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
एसएसपी का बयान, बढ़ाई गई यहां की सुरक्षा
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि धमकी को लेकर थानों व पुलिस लाइन की एक तिहाई फोर्स को रात के समय गस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, सचिवालय, विधानसभा समेत प्रमुख सरकारी भवनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इसलिए है आईएमए निशाने पर
देहरादून आईएमम में हर साल पास आउट होकर कई अफसर देश की सेवा और सुरक्षा में बॉर्डरों में तैनात हैं और इसी को देखते हुए आईएमए आतंकियों के निशाने पर है. आईएमए में दुनिया भर के युवा ट्रैनिंग लेते हैं और अफसर बनकर अपने-अपने देश की सेवा करते हैं. इन सभी देशों के भारत से अच्छे संबंध है जो की आतंकियों को नगवार गुजरती है और इसलिए आईएमए उनके निशाने पर होता है.
आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ हो बल्कि इससे पहले भी आतंकियों द्वारा ऐसी धमकी दी गई जिसके बाद उत्तराखंड में सुरक्षाके कड़े इंतेजाम किए गए. खास तौर पर एयरपोर्ट और आईएमए पर. बता दें कि साल 2009 में कुख्यात आतंकी रिचर्ड हेडली देहरादून आया था और उसने दून व मसूरी के दो नामी स्कूलों की रेकी की थी। तो वहीं आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाला नावेद नाम एक युवक मई 2015 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले में आया था जिसके बाद से वो अंडर ग्राउंड है. सुरक्षा एजेंसियां भी उसका पता नहीं लगा पाई है जिसके बाद उत्तराखंड समेत यूपी में सुरक्षा बढ़ाई गई क्योंकि आशंका जताई जा रही थी कि वो अब भी यूपी, उत्तराखंड या आसपास के राज्यों में छिपा हो सकता है।