काशीपुर नगर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन में अपने को 294 नंबर रैंक से शुरू के तीन स्थानों पर लाने के लिए कमर कस ली है, जिसके तहत नगर निगम नए-नए तरीके अपना रहा है। इसी के तहत शहर भर से कूड़ा और गंदगी पूरी तरह से खत्म हो जाए इसके लिए जहां नगर निगम के कूड़ा निस्तारण टीम सुबह से लेकर शाम तक काम करती है तो वहीं आम जनमानस में सड़क पर गंदगी न फैलाने के लिए जन जागरूकता को देखते हुए नगर निगम काशीपुर ने एक अनूठी पहल शुरू की है। जिसकी तहत 3 किलो कूड़ा नगर निगम में लाने वाले किसी भी व्यक्ति को बदले में भरपेट भोजन का कूपन दिया जाएगा।
वहीं नगर निगम ने प्लास्टिक को बोतलों को लेकर भी एक घोषणा की है जिसके तहत लोगों को प्लास्टिक की खाली बोतल लाने पर पैसे मिलेंगे।
ई-वैलेट से मिलेंगे रुपये
जी हां निगम कंपनी तहसील में प्लास्टिक बोतल क्रसर की ऐसी मशीन स्थापित कर रही है जिसमें प्लास्टिक की बोतल डालते ही आप के ई-वैलेट में प्रति बोतल एक रुपये की धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगी। शुरुआती तौर पर निगम परिसर के समीप मशीन लगाया जा रहा बेहतर परिणाम आने पर भविष्य में शहर में सात चिह्नित जगहों पर इसे लगाने का प्लान किया जाएगा जिसमें रेलवे स्टेशन के बाहर और बस स्टेशन रूट भी शामिल हैं।
बता दें कि अगर आप इन मशीनों में पानी की बोतल डालेंगे तो उसमें आपको अपने मोबाइल नंबर की भी इंट्री करनी होगी। जिस पर ओटीपी दर्ज करते हुए मशीन में बोतल डालते ही इससे आपके फोन के ई-वैलेट में आपको एक रुपये का भुगतान मिल जाएगा। इससे जहां शहर साफ व स्वच्छ रहेगा वहीं इससे लोगों को भी फायदा मिलेगा।
ये होंगे फायदें
इन मशीनों के शहर में लगने से निगम के पास जो सिंगल यूज बोतल क्रश होंगे उसे निगम रिसाइक्लिंग प्लांट को देगा। इससे निगम को आय होगा। उस आय से निगम शहर की सुविधाओं और उनके सुंदरीकरण पर खर्च करेगा। इसके साथ ही एक बात ये भी जान लीजिए कि पानी या कोल्ड ड्रिंक की बोतलें उपयोग करने के बाद इसे क्रश कर देना होता है, लेकिन अधिकांश लोग ऐसा नहीं करते और इसे कहीं भी फेंक देते हैं, इससे शहर में प्रदूषण फैलता है। इन बोतलों का इस्तेमाल भी गलत तरीके से होता है। कई लोग इन जूठे पानी बोतलों में भरकर बसों और ट्रेनों में बेचते हैं।