देहरादून : उत्तराखंड में बेरोजगारों को नौकरी का इंतजार है। सरकार भी दावा कर रही है कि जल्द नौकरी मिलेगी, लेकिन कब मिलेगी, फिलहाल यह तय नहीं है। 108 के सैकड़ों कर्मचारियों के साथ ही कई अन्य संविदा कर्मियों की नौकरियों पहले ही जा चुकी हैं। अब करीब डेढ़ सौ अतिथि शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। हालांकि शिक्षा सचिव का दावा है कि उनको विकल्प दिया जाएगा।
दरअसल, उत्तराखंड शिक्षा विभाग में एलटी से प्रवक्ता पदों पर प्रमोशन होने की वजह से करीब 150 गेस्ट टीचरों की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी। प्रमोशन पाए शिक्षकों को दुर्गम में सेवा दी गई थी। अवधि पूरी होने के बाद अब उन्हें सुगम में नियुक्ति दी जानी है। इससे एक बात तो साफ है कि इसका सीधा प्रभाव 150 गेस्ट टीचरों पर पड़ेगा।
दुर्गम में तैनात शिक्षकों की वापसी के साथ ही गेस्ट टीचरों को हटा दिया जाएगा। हालांकि शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि जिन गेस्ट टीचरों को हटाया जाएगा। उन्हें समायोजन का मौका दिया जाएगा। यानी जो गेस्ट टीचर दूसरे स्कूलों में सेवाएं देना चाहेंगे, उनको उन स्कूलों में समायोजित किया जाएगा।