निकाय चुनाव से पहले भाजपा को चमोली जिले से करारा झटका लगा था. जिसमें भाजपा के हाथ से चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी निकल गई थी…जबकि निर्दलीय प्रत्याशी रमवती देवी को जो की कांग्रेस समर्थित थी को जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुना गया था.
अभी तक नहीं दिलाई गई शपथ
वहीं चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी जीते रमवती देवी को कई दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक उनको शपथ नहीं दिलाई गई जिसका कारण है कि शासन ने शपथ दिलाने के लिए अभी तक कोई पत्र ही जारी नहीं किया गया है. जिससे सरकार की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
सरकार की मानसिकता ठीक नहीं है-रमवती देवी
वहीं रमोती देवी का कहना है कि उसे शासन द्वारा शपथ इसलिए नहीं दिलाई जा रही है क्योंकि वो दलित है. साथ ही साक्षर तो हैं लेकिन ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की मानसिकता ठीक नहीं है. इसलिए कुर्सी जीतने के बाद भी मुझे कुर्सी से दूर रखने की साजिश रची गई है.
मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष का काम संभाल रहे लखपत सिंह बटोला खुद शासन को पत्र लिखकर रमोती को शपथ दिलाने का आग्रह कर चुके हैं लेकिन किसी के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा.
थराली विधानसभा सीट में हुए उपचुनाव में मुन्नी देवी ने की थी जीत हासिल
आपको बता दें मुन्नी देवी ने थराली विधानसभा सीट में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन साथ ही वो जिला पंचायत अध्यक्ष भी थी जिससे विवाद बढ़ गया था की एक साथ दो सीटों पर कैसे विराजमान है जिसके बाद उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी से इस्तीफा दिया था.साथ ही ये भी बता दें ज़िला पंचायत अध्यक्ष रमोती देवी को कुल 26 मतों में से 13 मत मिले जबकि भाजपा की भागरथी कुंजवाल को 11 मत मिले. वहीं 2 मत रद्द हुए.