जसपुर(योगेश शर्मा)- भले ही तीन तलाक देश भर में बेन कर दिया गया हो और संसद के अंदर तीन तलाक को लेकर कड़े कानून बनाने पर लगातार बहस भी चल रही हो लेकिन तीन तलाक देने वालों को इसकी कोई परवाह नहीं है। ताजा मामला है नैनीताल जिले के कालाढूंगी थाना का जहाँ पर एक महिला को उसके पति ने उसे इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि वह दूसरी महिला से प्रेम करता था.
ससुर ने किया बलात्कार
इतना ही नहीं इस बेबस महिला की बेबसी का फायदा उठाकर उसके ससुर ने भी उसकी इज्जत से खिलवाड़ करते हुए उसके साथ बलात्कार किया। इस महिला के उत्पीडन की हद तब हो गई जब उसे तीन तलाक से गुजरना पड़ा। बावजूद इसके पीडित आज भी न्याय के लिये दर-दर की ठोकरें खा रही है लेकिन वो आज भी न्याय से कोसों दूर है। फिलहाल न्यायलय के आदेश पर थाना कालाढूंगी में उसके पति सहित तीन के खिलाफ दुराचार का अभियोग पंजीकृत किया गया है लेकिन पीडिता को इंसाफ कब तक मिल पाएगा यह एक बडा सवाल हैं.
उधमसिंह नगर के जसपुर की घटना, पति पुलिस में सिपाही
जसपुर की रहने वाली पीड़ित महिला के मामले मे जहाॅ तीन तलाक की घटना सामने आई है. वहीं कानून की रक्षा करने वाला वर्दी का पहरेदार ही भक्षक बन वर्दी के रसूख का फायदा उठाकर अपनी पत्नी को ही दर-दर भटकने को बेबस कर रहा हे। पीड़िता की दर्द भरी दास्तान मित्र पुलिस के दिल को इसलिये नहीं हिला सकी क्योंकि आरोपी खुद मित्र पुलिस का सिपाही है। पुलिस से न्याय ना मिलने पर पीड़िता ने जब अदालत का दरवाजा खटखटाया तो न्यायालय ने मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिये। फिलहाल पुलिस मुकदमा पंजीकुत कर जांच की बात कह रही है।
पीड़ित की शादी 6 साल पहले उत्तराखंड पुलिस में तैनात सिपाही से हुई
जसपुर की रहने वाली पीडित महिला की शादी 6 वर्ष पूर्व उत्तराखंड पुलिस में तैनात नैनीताल के थाना कालाढूंगी के ग्राम बच्चीपुर घमोला निवासी इमरान नाम के युवक से हुई थी। पीड़िता का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद तक पति का बरताव ठीक रहा लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वह पति के उत्पीडन का शिकार होने लगी।
पुलिसवाला पति शादी से पूर्व ही किसी दूसरे समुदाय की महिला से प्रेम करता था-पीड़िता
पीड़िता की मानें तो उसका पुलिसवाला पति शादी से पूर्व ही किसी दूसरे समुदाय की महिला से प्रेम करता था। जब उसने इसका विरोध किया तों पति द्वारा उसका और अधिक उत्पीडन किया जाने लगा। अपनी बद किस्मती पर आंसू बहा रही ये बेबस पीडिता के सुसराल मे आंसू पोंछने वाला कोई नहीं था। क्योंकि उसका ससुर भी उस पर बुरी नजर रखता था और उसने भी अपनी पीड़ित बहू की बेबसी का फायदा उठाते हुए रिश्तों को कलंकित कर उसकी इज्जत को ही तार तार कर दिया.
पीएम मोदी से लगाई गुहार
वहीं अब पीड़िता महिला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय मांगते हुए तीन तलाक के कानून को जल्द करने के साथ ही कड़ा करने की मागं कर रही है।
वहीं इस मामले में भी पुलिस का रटा रटाया बयान सामने आया है, फिलहाल न्यायालय के आदेश पर कालाढूंगी थाने मे पति सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है. एसपी सिटी का कहना है की सभी पहलुओं की बारीकी से जाँच करने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी।
आरोपी को बचाती आ रही पुलिस?
खून के आंसू बहा रही बेबस पीड़िता ने जब इस पूरी घटना से अपने पति को अवगत कराया तो उसने समाज के लोकलाज का भय दिखाकर उसे ही चुप रहने की नसीहत दे डाली। पीड़िता का आरोप है कि उस पर सितम की यह कहानी यहीं खत्म नही हुई. एक दिन उस के ससुराल पक्ष के लोगों ने एक तांत्रिक से हमसाज होकर दरिंदगी की हदें पार की. इतना ही नहीं इसको उन्होने कई बार दोहराया। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने सुसराल वालों की हकीकत दुनिया के सामने लाने की चेतावनी दी तो उसके पति ने उस पर बदचलन होने का इल्जाम लगाकर उसे घर से ही निकाल दिया। लेकिन आरोपी को अब तक बचाती आ रही पुलिस क्या इस पीड़िता को इंसाफ दिला पाएगी ये अभी देखना बाकि है।