देहरादून : वन मंत्री हरक सिंह रावत और सीएम के बीच तनातनी चल रही है जो की साफ नजर भी आ रही है। हरक सिंह रावत उनको कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से नाराज बताए जा रहे हैं। इसके चलते ही हरक सिंह रावत ने सीएम से दूरी बना ली है। साथ ही हरक सिंह ने 2022 में चुनाव न लड़ने का ऐलान किया। वहीं इस मामले को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार औऱ हरक को लेकर चुटकी ली है।
हरीश रावत ने बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को उन्हें बोर्ड अध्यक्ष पद से हटाने का अधिकार मिला है।कहा कि श्रमिकों के कल्याण के लिए उक्त बोर्ड उनके मुख्यमंत्रित्व काल में बना था। इसमें उनकी सरकार रहने के दौरान ही 200 करोड़ रुपये तक जमा हो गए थे। लेकिन बाद में गरीबों के नाम के इस पैसे को गलत तरीके से खर्च किया गया। उन्होंने हरक सिंह को बोर्ड अध्यक्ष बनाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह ऐसा ही है जैसे बिल्ले को दही की रखवाली की जिम्मेदारी सौंपना। ऐसा होगा तो दही पर पंजा पड़ेगा ही। हरीश रावत ने कहा कि हरक को बोर्ड अध्यक्ष के पद से हटाने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास सुरक्षित रहता है। मुख्यमंत्री चाहे तो मंत्री को भी हटा सकता है।