देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट का नाम अटल जी के नाम पर रखने के फैसले पर अब उत्तराखंड सरकार मुश्किल में फंस गई है। कांग्रेस ने दावा किया है कि उनकी सरकार ने पहले ही इस एयरपोर्ट का नाम आदि शंकराचार्य के नाम पर रखने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार से पूछा है कि क्या बीजेपी आदि शंकराचार्य का सम्मान नहीं करती?
उत्तराखंड सरकार ने बीते शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में फैसला किया कि देहरादून के जॉली ग्रांट एयरपोर्ट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा। इसके बाद हरीश रावत ने याद दिलाया कि उनकी सरकार ने पहले ही इस एयरपोर्ट का नाम आदि शंकराचार्य के नाम पर रखने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा हुआ है। कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इसके बाद सरकार पर सवाल दागने शुरु कर दिए। कांग्रेस ने इस मसले के सहारे बीजेपी को पूरी तरह परेशानी में ला खड़ा किया है। मीडिया को दिए अपने बयानों में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार से पूछा कि क्या वो शंकराचार्य का सम्मान नहीं करती। सूर्यकांत धस्माना ने हिंदू धर्म का झंडा उठाकर चलने की बात याद दिलाते हुए बीजेपी से ये सवाल पूछा है।
कांग्रेस के इन सवालों का बीजेपी नेताओं को कोई जवाब फिलहाल नहीं सूझ रहा है। सरकार भी मुश्किल में है कि वो अटल जी के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रख का अपने नंबर केंद्र के सामने बढ़ाए या फिर हिंदुओं का भावना का अपमान करने का कलंक अपने सामने ले? यही वजह है कि सरकार इस मसले पर बेहद नपा तुला बयान दे रही है। मीडिया में जारी सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा है कि कांग्रेस सरकार के प्रस्ताव के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।