नैनीताल (मोहम्मद यासीन):- उत्तराखंड के सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थलों में सेे एक नैनीताल में पर्यटक कोरोना सम्बन्धी सरकारी आदेशों के बाद उमड़ने लगे हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या देेेख, पर्यटन से जुड़े व्यवसायी, पर्यटकों की आवाजाही देखकर खुश हैं। पर्यटन विभाग ने भी शहर को सुंदर और पुराना नैनीताल बनाने की ठान ली है।
नैनीताल, भीमताल, मुक्तेश्वर, रामनगर समेत रानीखेत, बिनसर, बागेश्वर, मुनस्यारी आदि पर्यटक स्थलों में पर्यटक गर्मियों की छुट्टी या कुछ दिनों की छुट्टियां मनाने आते हैं। कोरोना काल में लॉक डाउन लगने से पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लग गई थी, जिससे पर्यटन से जुड़े व्यवसाइयों की अर्थव्यवस्था बिगड़ गई। नैनीताल के स्नो व्यू, नैनीझील, टिफिन टॉप, ज़ू, केव गार्डन, ट्रॉली, मॉल रोड आदि पर्यटन स्थलों में सुनसानी पसर गई थी। हजारों लोग बेरोजगार हो गए या दाने दाने को मोहताज हो गए। एक आस की किरण तब जगी जब केंद्र और राज्य सरकार ने कड़े नियमों में ढील देनी शुरू की।
बीती 22 सितंबर को राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए नियमावली जारी कर सोशय डिस्टेंसिंग के साथ सैनेटाइज करते हुए आरोग्य सेतु ऐप और देहरादून स्मार्ट सिटी ऐप में रजिस्टर करके प्रदेश में कहीं भी आने की अनुमति दे दी । इसके साथ ही सरकार ने पर्यटकों को बिना कोरोना की नेगटिव रिपोर्ट और क्वारन्टीन के रहने की अनुमति भी दे दी। पर्यटक इस आर्डर के बाद लॉक डाउन की बन्दिशों से छूटकर कुछ दिन प्रकृति और शान्ति का आनंद उठाने नैनीताल व आसपास पहुंच गए । पर्यटकों की आवाजाही से पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरे भी खिल गए । जिले के पर्यटन अधिकारी का कहना है कि नैनीताल के सौन्दर्यकरण के लिए काफी धन आवंटित हुआ है और यहां जल्द सुंदरता और पुराना हैरिटेज नैनीताल दिखाई देगा । पर्यटन से जुड़े व्यवसाइयों ने भी सरकार की नीति का स्वागत करते हुए कुछ अन्य राहत देने की मांग की है ।