देहरादून : लंबे समय से होमगार्ड्स को सिपाही से समान वेतन देने की बात की जा रही है क्योंकि होमगार्ड्स सिपाही के समान ही कई घंटे ड्यूटी कर ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे हैं. ऐसे में होमगार्ड्स के लिए खुशखबर है. जी हां मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार होमगार्ड्स को पुलिस के सिपाही के समान वेतन दिए जाने का रास्ता जल्द साफ हो जाने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सरकार इसी राह पर आगे बढ़ेगी
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति ने निर्णय लिया है कि प्रकरण पर अटार्नी जनरल से राय लेकर कदम बढ़ाए जाएं। उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सरकार इसी राह पर आगे बढ़ेगी। समान कार्य समान वेतन के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के क्रम में शासन ने होमगार्ड्स को पुलिस के सिपाही के समान वेतन की व्यवस्था पर काम शुरू किया। वित्त विभाग द्वारा इसका परीक्षण करने के बाद बुधवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस पर चर्चा हुई।
साढ़े छह हजार से अधिक होमगाड्र्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं
आपको बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में अभी विभिन्न विभागों में साढ़े छह हजार से अधिक होमगाड्र्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन विभागों में पुलिस, सचिवालय, परिवहन व संचार आदि शामिल हैं। इन होमगार्ड्स से सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के साथ ही अनुसेवकों का कार्य भी लिया जा रहा है। अभी इन्हें 450 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाता है। होमगार्ड्स के लिए बने नियमों के अनुसार ये पुलिस के सहायक के रूप में सेवा देते हैं। हालांकि विभिन्न कार्यालयों में इनसे अनुसेवकों का भी काम लिया जा रहा है।