देहरादून- भारतीय गौ क्रांति मंच के बैनर तले कल देहरादून के परेड ग्राउंड में गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित करने को लेकर विशाल रैली आयोजित की जाएगी…जिसे गोपल मणि महाराज सम्बोधित करेंगे। कल होने वाली रैली को लेकर आज पत्रकारों से रूबरू होते हुए गोपाल मणि महाराज ने कहा कि देश के सभी राज्यों की राजधानी के साथ देश के सभी जिलों में पहुंचकर वह गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित करने की मांग को लेकर रैली कर चुके हैं, लेकिन सरकारों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है…दो तिहाई राज्यों के द्धारा अगर गौ माता को राष्ट्रीयमाता घोषित किया जाता है तो केंद्र सरकार फिर आसानी से गौ माता को राष्ट्र माता घोषित कर सकती है….इसी मांग के साथ 4 अन्य मांगो को लेकर कल परेड ग्राउंड में गौ राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा महारैली का आयोजन किया जा रहा है।
क्या है गौ क्रांति मंच की प्रमुख मांगे
1.गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने के साथ अलग से गौ-मंत्रालय स्थापित किया जाए।
2.गोबर की खाद का ही प्रयोग हो, गोबर गैस प्लांट लगे।
3.दस वर्ष तक के बच्चा के लिए भारतीय गौ का दूध उपलब्ध कराया जाए.
4.विदेश गायों पर प्रतिबंध हो,किसानों को भारतीय नस्ल की गाय की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएग।
5.कृतिम गर्भाधन पूर्णतः प्रतिबंधित हो।
6.गौ हत्यारों को मृत्यदण्ड का प्रवाधान हो।
त्रिवेंद्र सरकार से आस
गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन सकता है. ऐसी उम्मीद गोपाल मणि महराज को है. गोपाल मणि महाराज का कहना है कि उत्तराखंड में ऐसी चर्चाएं है कि सरकार इस बार विधानसभा सत्र में गौ माता को राष्ट्रमाता को दर्जा देने के विधेयक को पास करने जा रही है. अगर सरकार ऐसा करती है तो वह प्रदेश सरकार का धन्यवाद अदा करेंगे और देश के सभी राज्यों में उत्तराखंड सरकार के विधेयक को रखेंगे। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो उनकी लड़ाई उत्तराखंड में भी जारी रहेगी।
राजनीति में आने के संकेत
गोपाल मणि महराज लम्बे समय से गौ क्रांति मंच के बैनर तले गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाए जाने को लेकर आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन उनकी बात का अभी तक किसी सरकार ने संज्ञान नहीं लिया है…अगर सरकारों की यही बेरूखी उनकी मांग को लेकर रहती है तो वह राजनीति में भी हाथ अजमाएंगे। और राजनीति में आकार वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। क्योंकि राजनीति में आते ही जहां-जहां उनकी सरकारे बनेगी वहां-वहां वो गौ माता हो राष्ट्रमाता का दर्जा देंगे।