देहरादून- पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय अपनी गिरफ्तारी देने डालनवाला थाने पहुंचे. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के कई कार्यकताओं के साथ लोग मौजूद रहे.
गौरतलब हो की 21 दिसंबर 2009 को तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ विधानसभा कूच किया था। कूच के दौरान उन्होंने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की, पथराव, मारपीट और बलवा किया था। कई बार नोटिस भेजने के बावजूद आरोपी कोर्ट में हाजिर नहीं हो पा रहे थे। गत सात अप्रैल को न्यायालय ने हरक सिंह, सुबोध उनियाल समेत 25 आरोपियों के खिलाफ जमानती वारंट जारी किए थे।
इन-इन ने करवाई अपनी जमानत
वारंट जारी होने के बाद कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, विधायक कुंवर प्रणव सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, दिनेश अग्रवाल, प्रदीप टम्टा, मनीष नागपाल और महेशानंद शर्मा ने अपनी जमानत करवा ली थी।
दो-दो जमानती देने पर मिल गई जमानत
वहीं लालचंद शर्मा, विजय सिंह चौहान, विकास चौधरी, सतपाल ब्रह्मचारी, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, अशफाक रावत और ट्विंकल अरोड़ा ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमएम पांडेय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जहां से उन्हें 25-25 हजार के दो-दो जमानती देने पर जमानत मिल गई।
हरक सिंह रावत, किशोर उपाध्याय सहित रहे अनुपल्थित
वहीं अनुपस्थित रहने वाले नेताओं में हरक सिंह रावत, किशोर उपाध्याय, संग्राम सिंह पुंडीर, विनोद रावत, शंकर चंद रमोला और शिवेश बहुगुणा शामिल हैं जिनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है।
वहीं इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता थाने में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।