देहरादून : उत्तराखंड के जंगल इन दिनों धधक रहे हैं. भीषण गर्मी के बीच उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में चारों तरफ जंगलों की आग बेकाबू होती जा रही है। पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा के जंगल आग की आघोष में है. प्राकृतिक के साथ-साथ जानवरों औऱ लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है लेकिन वन मंत्री विदेशों की यात्रा में व्यस्त हैं और साथ भी वन विभाग की तरफ से कोई पुख्ता एक्शन नहीं लिया गया है. अब जाकर वन विभाग की नींद खुली है. जी हां वन विभाग ने धधक रहे जंगलों की आग बुझाने के लिए सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की है.
हरीश रावत सरकार में भी की गई थी हेलीकॉप्टर की मांग
आपको बता दें इससे पहले भी हरीश रावत सरकार में जंगलों की आग बुझाने के लिए सरकार से हेलीक़ॉप्टर की मांग की गई थी जिसके बाद केंद्र सरकार ने कई हेलीकॉप्टर उत्तराखंड के जंगलों की आग बुझाने के लिए भिजवाए थे जिसके बाद आज फिर से स्थिति वेसी हो गई है और वन विभाग ने हेलीकॉप्टर की मदद मांगी है.
तक आग की 818 घटनाएं हो चुकी है
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेशभर में अब तक आग की 818 घटनाएं हो चुकी है जिसमें से 24 घंटे में 102 घटनाओं पर काबू पाया गया है. आंकड़ों के अनुसार अब तक की आग की घटनाओं से 1044 हेक्टेयर जंगल झुलस चुके हैं और काफी नुकसान हुआ है. वहीं बीते दिन हुई बारिश से अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, टिहरी पौड़ी में आग से राहत मिली.