पिथौरागढ़ : पहाड़ के लोगों का डंका देश ही नहीं विदेशों में भी बजता है. बात करें सेना की या खेल के मैदान की बात करें बात करें शांत वादियों की या उच्चस्त पदों पर तैनात अधिकारियों की तो उत्तराखंड के लोगों ने जी तोड़ मेहनत के बलबूते पर सबको सैल्यूट करने को मजबूर किया.
इंदू दशौनी क्षेत्र की पहली महिला लेफ्टिनेंट
वहीं ऐसा ही कुछ किया नाचनी के तल्ला भैंसकोट की इंदू दशौनी ने…जो अपने क्षेत्र की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। जिससे खुश का माहौल है. उनकी इस उपलब्धि पर तल्ला जोहार क्षेत्र में खुशी का माहौल है। हर कोई उन्हे सैल्यूट कर रहा है. नाचनी की इंदू दशौनी ने पूरे तल्ला जोहार क्षेत्र के लिए कामयाबी की मिशाल बनने का काम किया है। इंदू की इस उपलब्धि पर पूरा क्षेत्र गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इंदू ने अपने पूर्व सैनिक पिता भवान सिंह से प्रेरणा लेकर सेना का हिस्सा बनने के लिए जी-जान से कोशिश की. जिसके बाद उनकी और उनकी बेटी की मेहनत रंग लाई.
पुणे के आर्म्ड मेडिकल कॉलेज से पास आउट होकर बनी महिला लेफ्टिनेंट
दरअसल इंदू दशौनी पिछले दिनों वह पुणे के आर्म्ड मेडिकल कॉलेज से पास आउट होकर क्षेत्र की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनी हैं। उन्हें सेना के कमांड अस्पताल लखनऊ में पहली तैनाती मिली है। इंदू दशौनी के लेफ्टिनेंट बनने की सूचना पाकर क्षेत्र में खुशी की लहर है। तल्ला भैंसकोट में ग्रामीणों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। ग्रा