पिथौरागढ़: चीन माउंट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर फाइव जी नेटवर्क पहुुंचा चुका है। जबकि चीन सीमा से सटे भारत के लोगों को हर दिन अपना से बात करने के लिए 500 मीटर की चढ़ाई चढ़नी होती है। इस चढ़ाई पर पहुंचने के बाद ही उनको नेटवर्क मिलता है। उसके बाद ही वो अपनों से बात कर पाते हैं। खास बात यह है कि नेटवर्क भारत का नहीं, बल्कि नेपाल का नमस्ते नेपाल नेटवर्क मिलता है।
छियालेख ऐसा क्षेत्र है, जहां आमतौर पर लोगों का आना-जाना कम होता है। लेकिन, लाॅकडाउन के कारण आजकल वहां लोगों का मजमा जुट रहा है। लोग पिथौरागढ़ के धारचूला में अपने परिजनों से फोन पर बात करने की जुगत में थे। इसके लिए छियालेख से 500 मीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़कर मोर्चा टॉप पर जाना पड़ता है।
अमर उजाला डॉट कॉम के अनुसार यहां भी नेपाली नमस्ते नेटवर्क के जरिये ही बात हो पाती है। पहले आईटीबीपी के संचार तंत्र के जरिये लोग अपने परिजनों से फोन पर संपर्क कर लेते थे, लेकिन पिछले दो साल से डीएसपीटी संचार व्यवस्था बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़े रहा है।