लालकुआं: मोटाहल्दू क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब गोला खनन निकासी गेट पर मजदूरों की एक झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने 100 से अधिक झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया और लगभग सभी झोपड़ियां और उसमें रखा मजदूरों का सामान नगदी, बर्तन, कपड़े सबकुछ जलकर राख हो गया। गनीमत यह रही कि किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
आग लगने की सूचना के लगभग आधे घंटे बाद सेंचुरी और सरकार की फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची तब तक सभी झोपड़ियां जलकर राख हो चुकी थी। इधर स्थानीय लोगों ने लोकल पानी के टैंकर की मदद से आग बुझाने का भरसक प्रयास किया, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे लालकुआं के पूर्व चेयरमैन पवन चैहान ने पीड़ितों को सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही कुछ राहत राशि भी उन्होंने उपलब्ध कराई।
मौके पर पहुंची लालकुआं कोतवाली पुलिस ने भी स्थिति का जायजा लिया और फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई। मजदूरों ने बताया कि वह झारखंड, उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र, बिहार और अन्य जगहों से यहां आकर मजदूरी करके रोजी रोटी कमाते हैं मगर आग में उनका सब कुछ जलकर राख हो गया है हालांकि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद से ही मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा चुका है और सभी मजदूरों का रो-रो कर भी बुरा हाल है। वही मौके पर पहुंचे वन विकास निगम के डीएलएम वाईके श्रीवास्तव ने कहा है कि पीड़ितों को आर्थिक मदद मुहैया कराने के प्रयास किए जाएंगे।