चमोली : चमोली जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया इससे पहले भी कई बार चर्चाओं में आ चुकी है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के दो वर्षीय बेटे अभ्युदय गोपेश्वर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में दाखिला दिलाया था जो की एक अच्छी पहल थी. आंगनबाड़ी केंद्र में आम बच्चों के साथ रहकर बच्चा सोशल, मेंटल, फिजिकल ग्रोथ करेगा तथा आम बच्चों के बीच रहकर बच्चे का विकास होगा।
औचक निरीक्षण करने पहुंची थी डीएम
वहीं एक बार फिर से अपने सादगी भरे अंदाज के कारण डीएम चर्चाओं में आ गई हैं. दरअसल बुधवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय और मॉडव आंगनबाड़ी केंद्र देव खडोरा का औचक निरीक्षण करने पहुंची थी, जहां डीएम ने बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर खाना खाया और मिड डे मील के खाने की गुणवत्ता जांची. डीएम के इस अंदाज का हर को कायल हो गया.
डीएम ने खुद चखा खाना
आपको बता दें कि डीएम स्वाति एस भदौरिया ने भोजन माता को बच्चों के भोजन में मिर्च कम रखने, सुरक्षित और पौष्टिक भोजन देने की बात कही। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कागज की विभिन्न आकृतियां व खेलों के माध्यम से बच्चों को व्यावहारिक शिक्षा देने को कहा। साथ ही कहा कि हिंदी के अलावा अंग्रेजी में भी बच्चों को उनके आसपास की वस्तुओं की जानकारियां दी जाए। प्राथमिक विद्यालय देवर खडोरा के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्कूल में वाटर फिल्टर व फर्स पर टायल्स लगाने के लिए बीईओ को आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
सही मायने में डीएम का ये काम काबिले तारीफ हैं जिन्होंने सिर्फ हवा में नहीं बल्कि खुद जमीनी तौर पर कार्य किया. खुद खाने को चखकर भोजन की गुणवत्ता जांची औऱ जरुरी निर्देश दिए.