2015 के बाद 2020 में एक बार फिर प्रदेश में हाथियों की गणना की जानी है। गणना का कार्य 6 जून से 8 जून तक किया जाएगा, उत्तराखंड में राजाजी और कार्बेट टाइगर रिजर्व के साथ-साथ प्रदेश के 12 वन प्रभागों में फैले हाथियों के वासस्थलों से हाथियों की गणना की जाएगी, जिसको लेकर वन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। हाथियों की गणना में पहली बार वन विभाग ड्रोन कैमरे का भी प्रयोग करेगा।
मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 के बाद 2020 में हाथियों की गणना फिर से की जा रही है। हाथियों की गणना के लिए वन विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है, बीट वॉचर के माध्यम से इन हाथियों की गणना की जानी है।
गणना टोटल काउंट पद्धति के अलावा डायरेक्ट साइटिंग के आधार पर भी की जाएगी। इसके अलावा पहली बार हाथियों की गणना में ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया जाएगा, पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वर्ष 2015 की गणना के अनुसार हाथियों की संख्या पूरे प्रदेश में 1797 थी। हाथियों की गणना के बाद रिपोर्ट मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजी जाएगी जिसके बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के माध्यम से हाथियों की गणना को प्रसारित किया जाएगा।