देहरादून : उत्तराखंड में प्रवासियों का आना जारी है। वहीं हैरान कर देने वाली तस्वीरें क्वारंटाइन सेंटरों से आ रही है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे देहरादून से प्रवासी ने क्वारंटाइन सेंटर की और सरकार की व्यवस्थाओं की हकीकत बयां की है। प्रवासियों ने त्रिवेंद्र सरकार की इस महामारी के दौरान की गई व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। ये वीडियो देहरादून के रायपुर स्थित महाराणा प्रताप इंटरनेशनल स्टेडियम की है जिसमे प्रवासियों के रहने की और क्वारंटाइन करने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई। इस वीडियो को सागर सजवाण नाम के व्यक्ति ने लाइव कर दर्द बयां किया है।
ढाई लाख रुपये खर्च करके पहुंचे उत्तराखंड और अब हाल बेहाल
तस्वीरों से साफ है कि प्रवासियों को फटे गंदे गद्दे दिए गए हैं। प्रवासियों का कहना है कि वो पुणे से ढाई लाख खर्च करके आएं और यहां ऐसी व्यवस्था है। प्रवासियों ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। कहना है कि डॉक्टरों पुलिसकर्मियों तक के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है। गंदगी में वो रहने को मजबूर है। खुद सैनिटाइजर और मास्क खरीद रहे हैं। प्रवासियों का कहना है कि वो इतना पैसा खर्च करके इतनी दूर से आए लेकिन यहां उनका ये हाल है। प्रवासियों का कहना है कि देहरादून के इस क्वारंटाइन सेंटर में मत आना चाहे ऋषिकेश रुक जाना।
जो भी आए..गद्दे एक ही, नहीं हो रहा सैनिटाइजेशन
बता दें कि पुणे से जो भी प्रवासी आए हैं उनकी व्यवस्था क्वारंटाइन सेंटरों में की गई है लेकिन प्रवासियों के हाल बेहाल है।टिहरी में पानी की व्यवस्था नही हैं। प्रवासियों ने फैसीलिटी को लेकर सवाल खड़े किए गए. पूणे से ढाई लाख रुपये खर्च करके यहां आए। प्रवासियों का कहना है कि वो गाय भैंस की तरह यहां पड़े हुए हैं। न सैनिटाइजेशन की व्यवस्था है। जो कोई भी उस सेंटर में क्वारंटाइन के लिए आ रहे हैं वो उन्ही गद्दे और फटे गद्दे में सो रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा है।
प्रवासियों का कहना है कि पुलिस और डॉक्टरों खुद कह रहे हैं कि हमें सरकार ने कुछ नहीं दिया। बाथरुम का बुरा हाल है कि झांकने लायक नहीं हैं। कमरों में सफाई नहीं हुई है। कोई सुरक्षा के इतजाम नहीं है। कमरों में कुत्ते आ कर सो रहे हैं। तस्वीरे सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खोलती है। प्रवासियों ने फेसबुक लाइव कर लोगों से मदद मांगी है कि सरकार को जगाएं और व्यवस्थाएं दुरुस्त करें।