देहरादून : बीते दो तीन दिन से जहां बारिश और बर्फबारी ने मैदान से लेकर पहाड़ी जिलों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोगों को कंपा दिया तोवहीं आज चटख धूप ने मैदानी जिलों के लोगों को राहत दी। लेकिन पर्वतीय जिलों में बीते दिन हुई बर्फबारी से दुष्वारियां जारी है. कई मोटर मार्ग बंद हैं औऱ वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावनाएं बढ़ गई है.
मसूरी-धनोल्टी मार्ग अभी भी बंद
बता दें कि बीते दिन उत्तरकाशी, चमोली, चकराता, मसूरी, धनोल्टी में जमकर बर्फबारी हुई. अभी भी पहाड़ों ने बर्फ की चादर ओढ़ी हुई है. वहीं कई मार्ग अभी भी बर्फ न पिघलने के कारण बंद हैं। भले ही धूप खिलने से मसूरी के लोगों को थोड़ी राहत मिली लेकिन वाहनों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। जी हां क्योंकि मसूरी-धनोल्टी मार्ग अभी भी बंद पड़ा हुआ है। पाले में वाहन फिसलने की संभावनाएं हैं ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की संभावना है।
यमुनोत्री-गंगोत्री हाइवे खुला
बात करें उत्तरकाशी की तो उत्तरकाशी में भी जमकर बारिश औऱ बर्फबारी हुई जिससे गंगोत्री-यमनोत्री हाईवे बाधित हो गया था. बीआरओ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को खोला। सुबह ही यमुनोत्री हाईवे से बर्फ हटाई गई औऱ मार्ग खोला गया वहीं गंगोत्री हाईवे पर भी बर्फ हटाई गई औऱ भैरव घाटी तक वाहनों की आवाजाही शुरु हुई लेकिन भैरव घाटी से आगे रास्ता अभी भी बंद है।
वहीं पिथौरागढ़ में भी बर्फबारी से लोगों का हाल बेहाल है। थल-मुनस्यारी सहित पिथौरागढ़ जिले में तीन सड़कें अभी भी बंद हैं। बर्फबारी से सेना के जवानों, ग्रिफ, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों को उच्च हिमालयी पोस्टों में ऱाशन और अन्य सामान पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई मार्ग अभी भी बंद हैं। लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है।