देहरादून- पीएम मोदी के देवभूमि में योग करने के बाद अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह देवभूमि में होंगे। अमित शाह संपर्क फॉर समर्थन कार्यक्रम के तहत हरिद्वार में दो मानिंद लोगों से मुलाकात करेंगे और इसके बाद देहरादून में पार्टी के पदाधिकारियों के मिलेंगे। देवभूमि में बढ़ी बीजेपी नेताओं की सक्रियता काफी कुछ कहती है।
सियासी गलियारे में चर्चाएं है कि यहां आकर अमित शाह बीजेपी संगठन के नेताओं की क्लास लेंगे औऱ रिपोर्ट कार्ड भ देखेंगे. उस क्लास में क्या पाठ पढ़ाया जाएगा तो उनके आने के बाद ही पता चलेगा. भले सरकार अच्छे-अच्छे का दिखावा करे. कई मुद्दों पर अमित शाह सरकार से बात कर सकते हैं.
थराली में हुई ब्राह्मणों गुटबाजी और नाराजगी की खबर पहुंची शाह तक
पहली- हो सकता है अमित शाह के कानों को थराली उपचुनाव में हुई ब्राह्मणों की गुटबाजी का पता चल गया हो. सभी जानते हैं कि थराली में हुए उपचुनाव ने सरकार के नाक में दम करके रखा दिया था. शादय ब्राह्मण समाज के लोगों की सरकार के प्रति नाराजगी की खबर अमित शाह तक पहुंच गई होगी. क्योंकि राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद सरकार को कांग्रेस ने कड़ी चुनौती दी थी और सरकार की सांसे चुनाव के दौरान थम गई थी. ब्राह्मण गुट के लोग सरकार से बेहद नाराज थे उनका कहना था कि संगठन में ब्राह्मणों को जगह नहीं दी जा रही है. जिसके चलते थराली में लोगों ने भाजपा को वोट देने से दूरी बना ली थी. गौर करें तो अभी तक अजय भट्ट ही सरकार में इकलौते हैं जो ब्राह्मण हैं.
हो सकता है अमित शाह सरकार से बात करके थराली में नाराज हुए ब्राह्मणों पर फैसला लें. क्योंकि विधानसभा चुनाव पास आने को है ऐसे में पीएम मोदी औऱ अमित शाह का यहां आना बहुत कुछ कह रहा है.
हो सकता है बड़ा फेरबदल
हो सकता है राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सरकार में बड़ा फेरबदल कर दें. हो सकता है अजय भट्ट के बाद शासन में ब्राह्मण समाज के किसी नेता को शामिल किया जाए ताकि आने वाले चुनाव में किसी को कोई नाराजगी न हो.
बीजेपी को इस बात का एहसास, सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी
लोकसभा चुनावों की तैयारियों में लगी बीजेपी को इस बात का एहसास है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। यही वजह है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह खुद अपनी सक्रियता बनाए रखते हैं। इसी सिलसिले में अमित शाह रविवार को देवभूमि में होंगे। पहले हरिद्वार में संपर्क फॉर समर्थन के तहत दो बुद्धजीवियों से मुलाकात के बाद वो देहरादून में चुनावी तैयारियों को परखेंगे।
इस बार के दौरे में अमित शाह खास तौर पर लोक सभा चुनावों को लेकर पार्टी की जमीनी तैयारियों को परखने के लिए लोक सभा चुनाव प्रबंधन समिती के साथ बैठक करेंगे।
सोशल मीडिया वॉलिंटियर्स के साथ चुनावी तैयारियों के साथ ही पूर्णकालिक सदस्यों से भी गुफ्तगू होगी। सूत्रों की माने तो संगठन और सरकार में फेरबदल पर भी अमित शाह स्थानीय संगठन का मूड भांप सकते हैं। फिर प्रदेश भाजपा में गुटबाजी और सीएम त्रिवेंद्र से नाखुश खेमे से भी मुलाकात कर सकते हैं। जाहिर है कि बीजेपी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।
हालिया थराली विधानसभा के लिए हुए उपचुनावों में हारते हारते मिली जीत के बाद बीजेपी ये समझ गई है कि जरा सी चूक उसे हार का मुंह दिखा सकती है। लिहाजा बीजेपी के चाणक्य को अब खुद ही मैदान में उतरना पड़ रहा है।