हल्द्वानी: सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष अजय राजौर ने कहा की सफाई कर्मचारियों के सेवानिवृत्त और मृत्यु होने के बाद जो पद मृत घोषित हो रहे थ,े वह जल्द पुनर्जीवित किए जाएंगे। इसके अलावा खाली पड़े संविदा व स्वच्छता समिति में कार्यरत सभी कर्मचारियों जिनकी सेवा 10 वर्ष की हो चुकी है, उन कर्मचारियों को भी नियमित करने पर सहमति बनी है।
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष और शहरी विकास मंत्री सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से देहरादून में मिले थे, जिसके बाद कई बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है। जिन को जल्द कैबिनेट में लाया जा सकता है। इसके अलावा सभी सफाई कर्मचारियों को 5 लाख तक का निशुल्क इलाज मिलने का आदेश भी जारी किया जाएगा।
शिक्षित सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति करने पर भी सहमति बन चुकी है। अजय राजौर के मुताबिक कांग्रेस सरकार द्वारा गठित सफाई कर्मचारियों से संबंधित ढाँचे में संशोधन करने के लिए जो भी बिंदु लाये गए थे, जिनसे सफाई कर्मचारियों को नुकसान हो रहा था। उन बिंदुओं को कैबिनेट में लाकर जल्द समाप्त किया जाएगा।
सफाई कर्मचारी अपनी इन मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन के दौरान जहां कर्मचारियों ने सफाई व्यवस्था ठप कर दी थी। वहीं, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत के घर भी घेराव किया था। उसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी, जिसके बाद माना जा रहा था, कि जल्द हड़ताल समाप्त हो जाएगी।