उधम सिंह नगर (मोहम्मद यासीन)- 10 पेज की अपनी जिंदगी की दास्तां लिख कर एक विवाहिता ने मौत को गले लगा लिया है। आये इस मामले ने उधम सिंह नगर में सनसनी फैला दी है। इतना ही नही मौत को गले लगाने से पहले विवाहिता ने एक सुसाइड नोट लिख कर छोड़ दिया जिसमें उसने मौत का कारण पति ,सास नन्द,सहित व्यापार मण्डल अध्यक्ष को ठहराया है। 10 पेज़ की इस जुर्म की डायरी ने दहेज़ लोभियों की पोल खोल कर रख दी है। घटना के बाद पुलिस ने मामला पंजीकृत कर लिया है।
पुलिस को हुई एक 10 पेज़ की जुर्म की डायरी बरामद
उधम सिंह नगर के सितारगंज विवाहिता के फांसी लगाने के बाद सुसाइड नोट में बड़ा खुलासा हुआ है। विवाहिता दामिनी ने आत्महत्या के लिये मजबूर करने के लिये पति, ससुरालजन, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को सुसाइड नोट में अंकित कर जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट में अंकित पति व उसके परिवार के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया है। जबकि सुसाइड नोट के अन्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। इसके बाद बाद फांसी पर झूली दामिनी को कैसे इंसाफ मिलेगा। हालांकि पुलिस सुसाइड नोट की फारेंसिक जांच कराकर मामले की तहकीकात करने की बात कह रही है। जब कि इसी घटना में एक 10 पेज़ की जुर्म की डायरी भी बरामद हुई है जिसमे उसकी जीवन कथा लिखी है। मृतिका दामिनी ने इस डायरी में उसके साथ हुए जुर्म की कहानी लिखी हैं।
पति, ससुरालवालों, पड़ोसी समेत व्यापार मंडल अध्यक्ष पर आरोप
किच्छा रोड के गणेश मंदिर निवासी दामिनी उर्फ आंचल पत्नी दीपक कुमार ने आत्महत्या से पहले मरणासन्न लिखित बयान देकर पति, ससुराली, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को आत्महत्या के लिये जिम्मेदार ठहराकर फांसी का फंदा गले में डाल लिया। जिसके बाद दामिनी की मौत हो गई। दामिनी के पास से मिले सुसाइड नोट में उसकी जिदंगी की दर्द भरी कहानी लिखी हुई है। मृतिका ने मायके वालों से इस तरह के लोगों को नहीं छोड़ने की अपील भी की है। सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने कहा कि पति दहेज के लिये बहुत मारता-पीटता था। जब वह कुछ विरोध करती थी तो वीडियो बनाता था। उसे खुद के साथ हो रहे अत्याचार की वीडियो नहीं बनाने देता था। मां बनने की इच्छा पति से जब इच्छा जाहिर करती थी तो छह माह का वादा कर टाल देता था। सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने खुद को बहुत ही मजबूर दिखाते हुये आत्महत्या करने की बात कही है। मायके वालों से सॉरी बोला। और अपने हारने की बात कही। कहा कि वह जीते जी कुछ नहीं कर सकी। सुसाइड नोट में दामिनी ने कहा कि ’’संजय गोयल अंकल ने घर तो बसवाया पर साथ दीपक का दिया। पक्ष उसी का लिया आज तक’’ दामिनी के सुसाइड नोट में इस बात का खुलासा होने के बाद व्यापारी नेता संजय गोयल भी दामिनी के आरोपी ससुराल वालों की श्रेणी में आ गये है।
सुसाइड नोट फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा
इन्होंने बताया कि इस घटना में मामला पंजीकृत कर लिया है. पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट और 10 पेजों के जुर्म की डायरी को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया। पुलिस ने दामिनी की मां की तहरीर पर पति, ससुरालियों, ननद, नंदोई के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है।
भले ही दामिनी फिल्म की फिल्मी दुनिया की दामिनी को इंसाफ मिल गया हो लेकिन रियल लाइफ की इस दामिनी को इंसाफ नहीं मिल पाया है। अब देखना ये होगा कि दामिनी के द्वारा लिखी गयी जुर्म डायरी में अंकित लोगों को सजा मिल पाएगी या फिर रियल दामिनी को इंसाफ नहीं मिल पायेगा अब देखने बाली बात होगी कि कब तक दामिनी के आरोपियों को सजा मिल पाएगी।