रामनगर पुलिस पर छात्र को बेवजह बुरी तरह से पीटने के आरोप लग रहे हैं. पीड़ित छात्र का कहना है कि उसका रामनगर पुलिस के ऊपर से विश्वास उठ गया है.
मिली जानकारी के अनुसार रामनगर की सी.पी.यू.पर दो मोटर साइकिल सवार छात्र को कम कागजों के कारण थाने ले जाकर पीटने का आरोप लगाया है. जनाकारी के अनुसार रामनगर डिग्री कॉलेज में बी.ए. द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाला नितिन और उसका दोस्त आज कॉलेज से घर की तरफ मोटर साइकिल से जा रहा था. इसी दौरान रूटीन चेकिंग के दौरान सी.पी.यू.ने उन्हें रोक लिया और कागज दिखाने को कहा. कुछ कागज कम होने पर नितिन ने घर फोन किया और फिर पिताजी से कागज मंगाए.
सी.पी.यू.जवानों ने दी गालियां, चलाए लात-घूसे
छात्र के अनुसार देर होने पर सी.पी.यू. जवानों ने गालियां देनी शुरू कर दी और थाने चलने को कहा. कोतवाली चलने का विरोध करने पर वो छात्रों को जबरन रामनगर कोतवाली ले गई. कोतवाली में छात्र को पहले तो थप्पड़ मारा गया और फिर जवानों ने उसे लात घूंसे भी मारे. इतना ही नहीं छात्र का चालान मोटर साइकिल भी सीज कर दी गई. छात्र कोतवाली से सीधे इलाज कराने अस्पताल पहुंचा जहां उसने मीडिया को अपनी आपबीती सुनाई. छात्र नितिन को अब पुलिस पर कोई विश्वास नहीं रह गया है.
मित्र पुलिस से उठा जनका का विश्वास
छात्र के बयान को सुनकर कहा जा सकता है कि क्यों जनता का व्यवहार पुलिस प्रशासन के प्रति इतना रुखा होते जा रहा है. बयान को सुनकर हम कह सकते हैं कि कुछ पुलिस वालों की गुंडीगर्दी के कारण ही पूरे डिपार्टमेंट को लोग उसी नजर से देखते हैं और पूरे महकमे में उंगली उठती है. मिंत्र पुलिस कहलायी जाने वाली उत्तराखंड पुलिस अब गुंडागर्दी करने वाली पुलिस कहलायी जाने लगी है…और ये पहला मामला नहीं है जब ऐसा हुआ है पहले भी ऐसे मामले सामने आए है जिस कारण लोगों का पुलिस के ऊपर से विश्वास उठ गया है.