देहरादून : कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में कोरोना के 26 हजार से अधिक मामले आ चुके हैं। 8 हजार 184 एक्टिव केस हैं। इनमें से सबसे ज्यादा केस राजधानी देहरादून में हैं, जिसका असर यहां के अस्पतालों में भी नजर आ रहा है। कोविड-19 अस्पताल घोषित किए गए दून अस्पताल में बेड फुल हो हगाये हैं। इससे कोरोना मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। कम लक्ष्ण वाले ज्यादातर मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने के लिए कहा जा रहा है। मजरीजों की संख्या बढ़ने के बाद सरकार ने सीएमआइ, महंत इंदिरेश अस्पताल और हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में कोरोना के मरीजों के इलाज को मंजूरी दी गई है। इन अस्पतालों के ज्यादातर बेड एक-दो दिनों में ही फुल हो गए हैं।
ऐसे में अब सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। आलम यह है कि मरीजों को अब वापस भेजा जाने लगा है। इससे मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। सीएमआई से लेकर हिमालयन अस्पताल तक में जो बेड रिजर्व किए गए थे। उन सभी में 95 प्रतिशत अकाउंट बंद हो गए हैं। इससे सरकार के सामने भी चुनौती खड़ी हो गई है।