हल्द्वानी : उत्तराखंड में कोरोना के कुल 68 मामले सामने आए हैं जिसमे से बीते दिन 4 युवक उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव पाए गए और रविवार को पहला कोरोना पॉजिटिव केस उत्तरकाशी से सामने आया। वहीं बात करें रिकवरी की तो उत्तराखंड में 50 प्रतिशत से अधिक मरीज ठीक भी हो गए हैं और उन्हें होम क्वारन्टाइन की सलाह दी गई है।
युवक का पीछा नहीं छोड़ रहा कोरोना, एक महीने से हालत जस की तस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल अस्पताल में एक ऐसा कोरोना मरीज है जिसका कोरोना पीछा नहीं छोड़ रहा है। युवक का एक महीने से इलाज चल रहा है लेकिन कोरोना वायरस जाने का नाम नहीं ले रहा। 10 बार उसके सैंपल की जांच की जा चुकी है और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। व्यक्ति की उम्र 35 साल है जिसको अस्पताल में भर्ती हुए 1 महीना हो गया है। युवक को अस्पताल में भर्ती हुए एक महीना हो गया है। साथ वाले स्वस्थ्य होकर घर चले गए लेकिन इस युवक की हालत जस की तस है। ये देख स्वास्थ विभाग भी हैरान है। हैरानी इस बात की भी है कि ये व्यक्ति बाहरी तौर पर एक दम स्वस्थ्य़ है।
10 बार जांच की जा चुकी है, पॉजिटिव आ रही रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 8 अप्रैल को हल्द्वानी के वनभूलपुरा का 35 साल का युवक कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। जिसका उपचार हल्द्वानी के डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा है। इस युवक के साथ चार अन्य लोग पॉजिटिव पाए गए थे जो की 14 से 18 दिन के भीतर स्वस्थ्य होकर घर चले गए लेकिन इस युवक को देख डॉक्टर भी हैरान है। युवक का अस्पताल में एक महीने से इलाज चल रहा है लेकिन वायरस जाने का नाम नहीं ले रहा है। डॉक्टरों के अनुसार युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है। 10 बार जांच की जा चुकी है। 30 दिनों तक शरीर में वायरस की मौजूदगी है। पर मरीज के शरीर पर वायरस का असर नहीं है।
अस्पताल के एमएस डॉ. अरूण जोशी के अनुसार 30 दिन बाद भी युवक के भीतर कोरोना वायरस से ग्रसित होने का कोई गंभीर लक्ष्ण नहीं है। यह लगभग एसिम्टोमैटिक प्रकार है। पर सैंपल टेस्ट बता रहे हैं कि शरीर के भीतर वायरस खत्म भी नहीं हो रहा। संभवता युवक के शरीर में वायरस लोड ज्यादा है।