देहरादून: कोरोना ने पूरी दुनिया की अर्थ व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है। दुनिया के साथ ही भारत की आर्थिक स्थिति भी डगमगाई है। उत्तराखंड को कोरोना ने ऐसा आर्थिक जख्म दिया है, जिसकी भरपाई करने में काफी वक्त लग जाएगा। राज्य में पर्यटन राजस्व का एक महत्वपूर्ण और बड़ा जरिया है। उसमें धार्मिक पर्यटन का पहुत बड़ा हिस्सा है। कोरोना में राज्य में पर्यटन व्यवसाय को पूरी तरह ठप कर दिया। जिसका असर यह हुआ कि उत्तराखंड को हजारों करोड़ा का नुकसान हो गया है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कोरोना के कारण पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है। आईआईएम काशीपुर की अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग को 10597 करोड़ का नुकसान आंका गया, जिसमें 23 हजार से अधिक लोगों को रोजगार का नुकसान हुआ है। महाराज ने कहा कि कोविड महामारी का सबसे ज्यादा प्रभाव पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। आईआईएम काशीपुर ने पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पर अध्ययन रिपोर्ट तैयार की है।
होटल इंडस्ट्री को 1439 करोड़ का नुकसान का अनुमान है। होटलों में काम करने वाले 21519 लोगों का रोजगार छिन गया। इसी तरह साहसिक पर्यटन को 72.67 करोड़ और 986 लोगों का रोजगार गया। होम स्टे में 90.78 करोड़ का नुकसान हुआ और 1014 लोगों को रोजगार का चला गया। इस तरह पूरे प्रदेश में 10597 करोड़ का नुकसान और 23519 लोगों का रोजगार पूरी तरह से चला गया।