देहरादून (मनीष डंगवाल) कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को अध्यक्ष बने हुए लगभग दो साल हो गए हैं, लेकिन प्रीतम सिंह अभी तक अपनी नई कार्यकारणी का गठन तक नहीं कर पाए। उत्तराखंड कांग्रेस के नेता इसे प्रीतम की सबसे बड़ी विफलता मानते हैं। अब उनके खाते में एक और बड़ी विफलता दर्ज हो गई है। कांग्रेस के नेता भी मान रहे हैं कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पूरी तरह विफल हैं। कांग्रेस सूत्रों की मानंे तो प्रीतम सिंह की विफलता की वजह से ही पिथौरागढ़ उपचुनाव में अभी तक पार्टी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। कांग्रेस के नेता ही इसे अपने प्रदेश अध्यक्ष की विफलता बता रहे हैं।
मयूख महर ने पहले ही कर दिए थे हाथ खड़े
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को पिथौरागढ़ के पूर्व विधायक मयूख महर ने जुलाई महीने में ही अवगत करा दिया था कि वो उचचुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसे में जुलाई महीने से लेकर नवम्बर महीने तक प्रीतम सिंह यही कहते रहे कि मयूख महर ही कांग्रेस की तरफ से उपचुनाव लडं़ेगे, लेकिन ऐेसेे में सवाल ये उठता है कि जब प्रदेश अध्यक्ष को मयूख महर ने जुलाई महीने में चुनाव न लड़ने की बात कह दी थी, तो फिर प्रीतम सिंह ने दूसरे उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा क्यों नहीं की। कांग्रेस के नेताओं की मानें तो कई दूसरे लोग चुनाव लड़ने के लिए तैयार थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने उन पर ध्यान नहीं दिया और मयूख महर की रट लगाते रहे।
मथुरा दत्त जोशी ने भी कहा ना
मयूख महर के उपचुनाव लड़ने से इंकार किए जाने के बाद अब कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने भी चुनाव लड़ने से माना कर दिया है। मथुरा दत्त जोशी का कहना कि वह चुनाव लड़ने के लिए उस समय तैयार हो गए थे, जब पहली बार मयूख महर ने उपचुनाव लड़ने से मना कर दिया था, लेकिन उनकी दावेदारी को पार्टी ने उनदेखा किया। इसलिए वह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। इससे इस बात की ओर भी साफ इशारा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किसी को चुनाव ही नहीं लड़वाला चाहते थे।
प्रीतम जाएंगे पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ में प्रत्याशी न मिल पाने के सवाल पर प्रीतम सिंह का कहना कि वह स्वयं पिथौरागढ़ जाकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से बातकर मजबूत दावेदार उपचुनाव में उतारेंगे, लेकिन इसमें कोई दोहराय नहीं कि कांग्रेस के सबसे बजबूत दावेदार मयूख महर ही हैं। इस बात को खुद प्रीतम सिंह भी कई बार कह चुके हैं। लेकिन, अब मयूख महर से मजबूत दावेदार प्रीतम सिंह दो दिन की भीतर कैसे ढूढेंगे। 6 नवम्बर को उपचुनाव में दावेदारी की अंतिम तारिख है। खास बात ये है कि 15 दिन पहले मयूख महर ने तीन नाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम को सुझाएं थे, जिनमें कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, प्रकाश जोशी और कुंवर सिंह बोरा का नाम शामिल था।
सीएम ने किया था तंज
पिथरौगढ़ में प्रत्याशी न मिल पाने के मीडिया के सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि उत्तराखंड में कांग्रेस वेंटिलेटर पर है। जिस तरह से कांग्रेस की स्थिति है। उससे ऐसा साफ हो रहा है कि कांग्रेस में वास्तव में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस को न तो प्रत्याशी मिल पा रहा है और न ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कोई ऐसा दृष्टिकोण समझ आ रहा है, जिससे लगे कि कांग्रेस उपचुनाव में सरकार को मात दे देगी।