आपको बता दें कांग्रेस की महानगर अध्यक्षा महिला कांग्रेस के पद पर आसीन रश्मि चौधरी ने इस्लाम नगर की एक महिला इसराना को मोहल्ले की अध्यक्ष बना कर उसके द्वारा महिलाओं को इकट्ठा कर उन्हें मकान बनाने के लिए लोन दिलाने की बात कहकर उनके आधार कार्ड फ़ोटो इकठ्ठा करवा कर हज़ारो रुपये डकार लिए। काफी दिनों बाद जब इन महिलाओं को कोई आश्वासन नही मिला तो उन्होंने स्थानीय महिला इसराना से अपने रुपये वापस मांगे तो उसने कहा कि आपके सब रुपये इकट्ठा कर के रश्मि चौधरी को दे दिए गए हैं जिसके बाद महिलाओं ने रश्मि चौधरी को एक मीटिंग कर बुलाया तो वह साफ मुकर गई कि उन्हें कोई पैसा इसराना से नही लिया और बड़े गरूर में स्वयं के द्वारा बनाई गई महिला को 2 पैसे की औरत बताते हुए कहा कि उसने अपने घर पर उनके नाम की झूठी प्लेट लगवाई है और वह उस पर मुकदमा दर्ज करवाएंगी।
वहीं इसराना नामक महिला ने भी उसके साथ तू तू में में की दोनों ने एक दूसरे के साथ गाली गलौच तक कर डाली हालांकि पूरे प्रकरण के बाद स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप कराया।पर कही ना कही अगर महिलाओं की बातों पर विचार किया जाए तो इन गरीब महिलाओं को कांग्रेस की इन दोनों नेताओं ने ठगने का काम किया है और पोल खुलने के बाद दोनों ही एक दूसरे के ऊपर ठींकरा फोड़ने का काम कर रही है पर उस गरीब जनता का क्या जिनके रुपये यह लोग डकार गए।
इसका जवाब किसी के पास नही अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस के आला कमान इस मामले में क्या संज्ञान लेते है क्योंकि इन कांग्रेस की नेताओ ने अपने अपने होर्डिंग्स पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत के फोटो भी लगा रखे हैं और वीरेंद्र रावत खुद भी इसराना नाम की महिला के यहां एक कार्यक्रम में पहोंचे थे जहां पर महिलाओं ने पैसे की बात लेकर इनका घेराव किया था और ये वहां से निकल गए थे।साथ ही साथ अभी कुछ दिनों पहले कांग्रेस द्वारा शहीदों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में वीरेंद्र रावत की मौजूदगी में ही नोट की बारिश की गई थी और शराब के गानों पर कांग्रेसी झूमे भी थे।