देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने वनाग्नि बुझाने के दौरान मरने वाले कर्मचारियों को 15 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि को बढ़ाकर 2.50 लाख से 15 लाख किया जा रहा है। साथ ही यह भी फैसला लिया कि पुलिस लाइन की तरह ही वन कर्मचारियों के लिए भी फॉरेस्ट लाइन बनाई जाएगी।
फॉरेस्ट फायर को रोकने के लिए एडिशनल पीसीएस रैंक के अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। दो दिन पहले कोटद्वार में जंगल में लगी आग बुझाने के दौरान दो कर्मचारियों की पहाड़ी से गिरने के कारण मौत हो गई थी। उसके बाद यह फैसला लिया गया है। इससे वनकर्मियों का हौसला तो बढ़ेगा। साथ ही किसी भी तरह की अनहोनी की स्थिति में उनके परिवार का भविष्य कम से कम सुरक्षित हो जाएगा।