देहरादून : रोडवेज कार्मियों के लिए खुशखबरी है. जी हां उत्तराखंड रोडवेज परिवहन कर्मियों के बच्चों को अब से बस में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा का आदेश जारी किया गया है. बता दें बीते दिन यानी सोमवार को जीएम-रोडवेज दीपक जैन ने इसके आदेश कर दिए। इसकी मांग कई सालों से की जा रही थी. जिसमें कल मुहर लग गई है. सूत्रों के अनुसार इसे जल्द ही परमानेंट से इतर संविदा, विशेष श्रेणी के करीब तीन हजार कर्मियों के लिए भी लागू किया जा सकता है।
जरुरी बिंदू
- यह सुविधा नियमित अधिकारी-कर्मचारियों के स्कूल, कालेज, तकनीकी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे बच्चों को ही मिलेगी।
2. यह सुविधा केवल साधारण बस में अधिकतम 75 किलोमीटर तक ही लागू होगी।
3. इस फैसले से रोडवेज के 3500 से ज्यादा परमानेंट कर्मियों के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
4. इस फैसले में विशेष श्रेणी के तीन हजार और कर्मचारियों को भी जोड़ा जा रहा है। जल्द ही उसका आदेश भी जारी हो सकता है।
मुफ्त सुविधा के लिए क्या करना होगा
रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि हर लाभार्थी को स्कूल, कालेज, संस्थान के आई-कार्ड के आधार पर ऑनलाइन पास बनवाना पड़ेगा। पास रोडवेज के UTCFMS साफ्टवेयर के जरिए बनेगा। पास बनवाने के लिए कर्मी को अपने बच्चों का प्रमाण पत्र भी देना होगा और कडंक्टर के मांगने पर यह पास दिखाना होगा।
पास का दुरूपयोग होने पर उसे निरस्त कर दिया जाएगा
रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन का कहना है कि इस सुविधा को रोडवेज के सभी कर्मचारियों को देने की कोशिश जारी है. पास का दुरूपयोग होने पर उसे निरस्त कर दिया जाएगा। ऐसे छात्र को दोबारा पास नहीं मिलेगा। रोडवेज विभिन्न श्रेणियों में 10 से ज्यादा वर्गों को मुफ्त यात्रा की सुविधा देता है। इनमें सांसद, विधायक, राज्य निर्माण आंदोलनकारी, स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, स्कूल-कालेज छात्राएं, स्वतंत्रता सेनानी की विधवा, आर्मी वारंट, 65 साल और अधिक आयु के सीनियर सिटीजन, दिव्यांग आदि शामिल हैं।