उधम सिंह नगर : उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री बीते दिन अपने प्राइवेट स्कूलों में फीस माफी के बयान को लेकर चर्चाओं में रहे। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि अगर फीस भरने में इतनी दिक्कत है तो अपने बच्चों क सरकारी स्कूलों में पढ़ाएं। वहीं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे आज एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं लेकिन किसी बयान को लेकर नहीं बल्कि उन्होंने घायलों को देखकर जो दरियादिली दिखाई उसको लेकर।
शिक्षा मंत्री ने रोका अपना काफिला
पूरा मामला उस वक्त का है जिस वक्त सूबे के शिक्षा मंत्री अपने आवास पर जा रहे थे कि अचानक उन्हें एक दुर्घटना दिखाई दी जिसमे उन्होंने अपने एस्कॉर्ट को रोक कर दुर्घटना में घायल दोनों युवकों को अपने एस्कॉर्ट वाहन से हॉस्पिटल में भर्ती कराया जिससे उनकी जान बच गयी।
शिक्षा मंत्री ने दोनों घयाल युवकों को अपने आप उठाया
उधम सिंह नगर में सूबे के शिक्षा मंत्री दो युवकों के लिए मसीहा बनकर आये। आपको बता दें कि बीती रात्रि सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे एक कर्यक्रम से अपने घर गूलरभोज गदरपुर जा रहे थे कि अचानक उनकी एस्कॉर्ट के सामने भींड़ दिखाई । तभी उन्होंने अपनी वाहन से उतर कर किसी बात की परवाह किये बिना दोनों घयाल युवकों को अपने आप उठाया और अपने एस्कॉर्ट के वाहन से हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।समय से उपचार मिलने से दोनों युवकों की जान बच पाई । पूरी घटना उस बक्त की ही जब एक पैदल जा रहे युवक को एक बाइक सवार युवक ने टक्कर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घयाल हो गया। स्थानीय लोग उन्हें उपचार की जगह वीडियो बना रहे थे कि अचानक केबिनेट मंत्री की एस्कॉर्ट जा पहुंची। उन्होंने तत्काल अपनी एस्कॉर्ट से हॉस्पिटल के भर्ती करा दिया है। अब ये दोनों स्वास्थ्य हैं जिससे उन्हें भी खुशी है।
इनकी मानें तब ये अपने घर आ रहे थे कि इनकी एस्कॉर्ट के सामने भींड़ देख कर इन्होंने अपना वाहन रुकवाया ओर दुर्घटना के बाद तड़प रहे घयाल को अपनी एस्कॉर्ट से हॉस्पिटल में भर्ती कराया और एक सवाल पर कहा कि ये प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है और उन्हें भी अपने दिन याद आते हैं जब वह पैदल चलते थे सड़क पर चलते