देहरादून : भाजपा जहां लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ रही है तो वहीं 2014 की तरह मोदी के सहारे कई भाजपा नेता लोकसभा पहुंचने का ख्वाब देख रहे हैं. साथ ही पार्टी से टिकट की मांग कर दावेदारी पेश कर रहे हैं. उत्तराखंड में भी कई मंत्री और विधायक अपने लिए लोकसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहे लेकिन कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय अपने लिए नहीं बल्कि नैनीताल सीट से पूर्व सांसद रहे बलराज पासी के लिए टिकट मांग रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री ने की लोकसभा चुनाव टिकट के लिए पैरवी
जी हां अरविंद पाण्डेय का कहना है कि नैनीताल सीट से बलराज पासी पहले भी सांसद रहे चुके हैं. पहली बार चुनाव लड़ते ही उन्होंने स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी को चुनाव में हराकर सबको चौंका दिया था। अरविंद पाण्डेय का कहना कि बलराजी पासी बचपन से ही स्वयं सेवक संघ से जुडेे रहे और स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में वर्षों काम किया. भारतीय जनता पार्टी में संगठन में जो भी जिम्मेदारियां बलराजी पासी को मिली उन्हें उन्होने बखूबी निभाया है…इसलिए उन्हें लगता है कि अगर बलराज पासी को टिकट मिला तो वह चुनाव जीतकर राजनीति में युवाओं को भी आगे बढ़ाएंगे।
हालांकि अरविंद पाण्डेय का कहना कि पूर्व सीएम और वर्तमान सांसद कोश्यारी उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और उनको लेकर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
दायित्व मिलने से कमजोर हुई दावेदारी
नैनीताल सीट पर पूर्व सांसद बलराज पासी पिछले लम्बे समय से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारियों के मद्देनजर जनता की बीच ज्यादा नजर आ रहे थे…कुछ साल पहले नैनीताल सीट से वर्तमान सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव न लड़ने की बात कही थी जिसके बाद बलराज पासी ने नैनीताल सीट पर ज्यादा चहलकदमी बढ़ा दी थी लेकिन लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही कोश्यारी ने चुनाव लड़ने का मन बना लिया, जिसके बाद बलराज पासी की चुनावी तैयारियों को भी झटका लगा लेकिन फिर भी बलराज पासी ने अपनी दावेदारी की उम्मीदों को नहीं छोडा और अभी पासी को उम्मीद है कि पार्टी हाईकमान कोश्यारी की जगह उन्हें टिकट देगी। लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बलराज पासी को दायित्व देकर उनकी दावेदारी को पार्टी हाईकमान के सामने कमजोर करने की चाल चली लेकिन बलराज पासी ने दायित्व अपनाने की जगह टिकट मिलने की उम्मीदों को कायम रखा.
सूत्रों की मानें तो बलराज पासी सरकार से दायित्व नहीं पार्टी का टिकट चाहते हैं और अगर बलराज पासी को नैनीताल सीट से टिकट नहीं मिला तो बालराज पासी त्रिवेंद्र सरकार में दायित्व का पद भी नहीं संभालेंगे…ऐसा हमारे सूत्रों का कहना है। लेकिन देखना यही होगा कि आखिर बलराज पासी टिकट पाने के लिए कोश्यारी पर भारी पड़ते है या कोश्यारी पासी पर भारी पड़ते हुए पार्टी हाईकमान का विश्वास जीतते हुए टिकट पा लेते है।