देहरादून: राजधानी देहरादून में धोखाधड़ी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। बिल्डरों के लोगों से पैसा लेने के बाद उनको फ्लैट या मकान बनाकर नहीं देने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। एक बिल्डर ने व्यवसासी से 15 करोड़ रुपये लिए। उनके साथ होटल बनाकर देने का एग्रीमेंट भी किया, लेकिन होटल नहीं बनाया। आरोपी ने व्यवसायी को होटल निर्माण के फर्जी बिल थमा दिए।
आरोपी बिल्डर ने बड़ी चालाकी से होटल निर्माण के लिए फर्जी बिल लगाकर 19 करोड़ रुपये हासिल कर लिए, जबकि काम केवल चार करोड़ का हुआ था। पीड़ित व्यवसायी ने मामले की शिकायत डीजीपी अशोक कुमार से की। डीजीपी के निर्देश पर राजपुर थाना पुलिस ने बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शिकायत पर बलबीर रोड डालनवाला निवासी परविंदर सिंह ने बताया कि वह मसूरी डायवर्जन के पास लारोचे होटल एंड रिसोर्ट के नाम से निर्माण करवा रहे हैं। होटल तैयार करने का कांट्रेक्ट बिल्डर गुरविंदर सिंह नागपाल को दिया था। उसने खुद को मैसर्स आइके बिल्डर्स का प्रोपराइटर बताया। जनवरी 2021 में कांट्रेक्ट लिया था। इस बीच बिल्डर ने होटल निर्माण कार्य की साइट पर प्लांट, मशीनरी व शटरिंग लगाने के लिए 19 करोड़ रुपये प्राप्त कर लिए।
नागपाल ने सभी बिल ईमेल के माध्यम से भेजे, जिस पर व्यवसायी ने भुगतान कर दिया। मार्च 2022 में बिल्डर ने अचानक काम करना बंद कर दिया। व्यवसायी ने इस संबंध में बिल्डर से बात की तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। व्यवसायी ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि साइट पर सिर्फ चार करोड़ का काम हुआ है। मौके पर कोई भी प्लांट, मशीनरी नहीं मिली। पुलिस ने बताया कि कर्जन रोड निवासी बिल्डर गुरविंदर सिंह नागपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।