अल्मोड़ा : उत्तराखंड में एक ओर जहां कोरोना की मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तो वहीं लगातार क्वारंटाइन सेंटरों में प्रवासियों की मौतों से हड़कंप मचा हुआ है। पौड़ी में एक के बाद एक मौतों से सनसनी फैल गई तो वहीं नैनीताल में एक 4 साल की बच्ची की सांप के डसने से मौत हो गई।
परिजनों का शव लेने से इंकार
वहीं बड़ी खबर अल्मोड़ा से है। जहां गुजरात से घर लौटे एक प्रवासी की राजस्व पुलिस की अभिरक्षा में मौत की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृतक के परिजनों ने मृतक का शव लेने से इंकार कर दिया है। आरोप है कि शव पर चोट के निशान थे और इसलिए परिजनों ने अनहोनी की आशंका के चलते शव को लेने से मना किया।
गुजरात से लौटा था प्रवासी, राजस्व पुलिस कस्टडी में मौत
मिली जानकारी के अनुसार धौलछीना क्षेत्र के ग्राम कुनखेत का रहने वाला सोबन सिंह पुत्र हयात सिंह 38 वर्ष 7 मई को गुजरात से लौटा था। उसकी पत्नी ने पटवारी क्षेत्र पल्यू में उसके साथ मारपीट और घरेलू हिंसा की शिकायत की थी। पत्नी की शिकायत के बाद राजस्व पुलिस ने सोबन सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया। जानका मिली है कि रात को अचनाक सोबन सिंह की तबीयत खराब हो गई। रात 10:30 बजे उसे लेकर पटवारी राजेश आर्य धौलछीना पीएचसी पहुंचे और उपचार के लिये भर्ती कराया। वहीं उपचार के दौरान सोबन सिंह ने 11:30 ने दम तोड़ दिया ।
सैंपल जांच के लिए भेजा
वहीं सोबन सिंह के परिजनों ने राजस्व पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि सोबन के शरीर पर चोट के निशान हैं। उन्हें अनहोनी की आशंका है। परिजनों ने जांच की मांग की है। तहसीलदार संजय कुमार और नायब तहसीलदार मनीषा मारकाना मौके पर पहुंचे है। उप जिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा का कहना है कि युवक की ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। साथ ही सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
इस पूरे मामले पर पटवारी राजेश राजेश आर्या का कहना है कि उनका खुद का स्वास्थ्य ठीक नही होने के कारण वह उसे गिरफ्तार करने नही बल्कि पेटशाल के पटवारी गिरीश जोशी गये थे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।