देहरादून: कोरोना संकट के दौर में विधानसभा का मानसून सत्र आहुत किया गया है। इस सत्र को बुलाना सरकार की मजबूरी है। सरकार को हर हाल में विधानसभा सत्र कराना ही होगा। इसको लेकर सरकार लगातार प्रयास भी कर रही है। अब जो संकेत मिले हैं, उनके अनुसार विधानसभा सत्र का दिन का हो सकता है। हालांकि इस पर फैसला सीएम को लेना है।
23 सितंबर से शुरू होने वाले उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र को सरकार एक दिवसीय भी कर सकती है। हालांकि इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। कैबिनेट मंत्री मदन कौशिकने कहा कि इस पर आज चर्चा भी हुई है। इसका फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ा गया है कि विधानसभा का सत्र 23, 24, 25 सितंबर को तीनों दिन होगा या फिर एक दिन का होगा। मदन कौशिक का कहना है कि कल तक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस पर फैसला ले लेंगे। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में विधानसभाओं के मानसून सत्र एक दिवसीय आयोजित किए गए हैं।
कोरोना के मामलों को देखते हुए उत्तराखंड में भी एक दिवसीय सत्र किए जाने पर सीएम त्रिवेंद्र रावत कल फैसला ले सकते हैं। दूसरी ओर कांग्रेस लगातार सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है। कांग्रेस का कहना है कि सत्र के लिए तीन दिन का समय बहुत कम है। ऐसे में समय बढ़ाया जाना चाहिए। ऐसे में अगर सीएम सत्र एक दिन का करने का फैसला लेते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा।