देहरादून : कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को देखते हुए SDRF के 18 पैरामेडिक्स को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से वीरांगना तीलू रौतेली कोविड केयर सेंटर में दो चरणों में कोविड रैपिड एंटीजन टेस्ट प्रशिक्षण फिया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य आकस्मिक परिस्थितियों में एसडीआरएफ और पुलिस जवानों के कोविड एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए पैरामेडिक्सों को पीपीई किट, फेसकवर शील्ड, मास्क और रैपिड एंटीजन टेस्ट किट दी गयीं हैं। साथ ही SDRF के जवान कोविड कांटेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन मरीजों से संपर्क कर रहे हैं।
SDRF के जवान लगातार कर रहे हैं काम
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम देहरादून और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम गौलापार हल्द्वानी को कोविड केयर सेंटर के रूप में व्यवस्थित किया गया हैं। दोनों अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को कोविड केयर सेंटर के रूप में व्यवस्थित किये जाने में SDRF का जवान लगातार काम कर रहे हैं। इन कोविड केयर सेंटर में एक समय में लगभग 1000 कोरोना संक्रमितों को रखा जा सकता है तथा आवश्यकता के अनुरूप इसकी क्षमता को 4000 तक बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में प्रदेश भर में 30,000 से अधिक व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
6,00000 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित पहुंचाया
कोरोना शुरू होने से लेकर अब तक SDRF ने अन्य राज्यों में फंसे हुए छात्रों एवं अन्य उत्तराखंड नागरिकों को लाने के लिए कोटा राजस्थान, चंडीगढ़ आदि राज्यों में व्यापक अभियान चलाया। उसके बाद अन्य राज्यों से भी उत्तराखंड नागरिकों को उत्तराखंड वापस लाया गया। लगभग 6,00000 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित गृह राज्य लाने में एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोविड संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड पुलिस गरीब, बेसहारा, लाचार और जरूरतमंद प्रवासी मजदूरों के लिए एक देवदूत के रूप में सामने आई। एसडीआरएफ द्वारा लगभग 80,000 से अधिक जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाया गया एवं राशन पैकेट वितरण किए गए।
80600 मास्क का व लगभग 12000 बोतल सैनिटाइजर
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क और सैनिटाइजर राज्य में एसडीआरएफ द्वारा लॉक डाउन अवधि के दौरान लगभग 80600 मास्क का व लगभग 12000 बोतल सेनेटाइज का वितरण किया गया। राज्य आपदा प्रतिवादन बल के द्वारा राज्य के ग्रामीण एवमं सीमांत क्षेत्रों में बीमार एवं बुजुर्गों को अति आवश्यक दवाइयों की आवश्यकता होने पर अति अल्प समय में जरूरतमंद तक दवाइयां भी पहुंचाई गई। 15 हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए। इन पर लगभग 99300 कॉलरों द्वारा अपनी समस्याओं को बताया गया। कांटेक्ट ट्रेसिंग कंट्रोल रुम में नियुक्त एसडीआरएफ जवानों के द्वारा प्रतिदिन लगभग 10,000 से अधिक उत्तराखंड पहुँचे लोगों से संपर्क किया जाता है वर्तमान समय तक 405196 कॉल्स के माध्यम से 366512 नागरिकों से संपर्क किया गया है।
गरुकता अभियान चलाया जा रहा है
SDRF उत्तराखंड राज्य में आपदा से बचाव सम्बन्धित जन जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। वर्तमान समय में एसडीआरएफ कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शहर से लेकर दुरस्त ग्रामीण क्षेत्रों तक व्यापक स्तर पर प्रदेशवासियों को जागरुक करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया जा रहा है। एसडीआरएफ ने विभिन माध्यमों से 32000 से अधिक ग्रामीण छात्र छात्राओं, पुलिस प्रांतीय रक्षक दल, होम गार्ड सहित अनेक हितदायी सस्थाओं को जागरुक एवम प्रशिक्षण किया। प्रशिक्षण को गति देने के लिए एवं जानकारी को उपयोगी रुप से संकलित करने के सहायतार्थ एसडीआरएफ के द्वारा एक कोरोना वारियर्स एप का निर्माण भी किया गया। स्टेकहोल्डर्स आंगनवाडी कार्यकर्ता, फैक्ट्री/होटल वर्कर एवम सामान्य जनजनमानस को खेल खेल में रोचक पूर्ण तरीके से कोविड संबंधित जानकारियों को प्रदान किया जा रहा है।