देहरादून : उत्तराखंड के रहने वाले एक 24 वर्षीय लड़के ने दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन गूगल में गलती ढूंढ़ निकाली जिसे सर्च इंजन गूगल ने भी माना. जी हां एक कंपनी में काम करने वाले 24 वर्षीय साइबर एक्सपर्ट सत्यम रस्तोगी ने गूगल जैसे बड़े सर्च इंजन में गलती निकालकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. खास बात ये है कि गूगल ने भी अपनी गलती को स्वीकार किया है और गूगल की सिक्योरिटी टीम ने सत्यम को 500 डाॅलर की प्रोत्साहन राशि बतौर इनाम दिया है।
बता दें कि सत्यम रस्तोगी देहरादून की बेमको साइबर सिक्योरिटी में वेब एप्लीकेशन सिक्योरिटी रिसर्च और हैकर (सीनियर मैनेजर) के पद पर कार्यरत हैं।
ढूंढ निकाला सीएसआरएफ नाम का बग (वायरस)
गौरतलब है कि सत्यम ने गूगल की साइट पर आने वाले ‘फेमबीट’ जिस पर गूगल का विज्ञापन आता है उसमें सीएसआरएफ नाम का बग (वायरस) ढूंढ निकाला है। वायरस के मिलते ही सत्यम ने गूगल की सिक्योरिटी टीम को फौरन एक मेल भेजा। मेल मिलने के बाद गूगल की ओर से भी वायरस की पुष्टि कर दी गई। बड़ी बात यह है कि गूगल ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए सत्यम को बतौर इनाम 500 डाॅलर की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
सत्यम तो वलनरेबिलिटी प्रोग्राम के तहत हॉल ऑफ फेम में 541वीं रैंक की प्रदान
बता दें कि गूगल की सिक्योरिटी टीम ने सत्यम को वलनरेबिलिटी प्रोग्राम के तहत हॉल ऑफ फेम में 541वीं रैंक भी प्रदान की है। अब सत्यम को शिकागो में 2019 में होने वाली वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भी भेजा गया है।
आपको बता दें कि सत्यम ने पिछले साल एप्पल और माइक्रोसाॅफ्ट कंपनी की साइट में भी बग ढूंढ़ा था। उस समय भी उन्हें काफी प्रोत्साहन मिला था। सत्यम ने इजराइल के ओएससीपी (ऑफेंसिव सिक्योरिटी सर्टिफाइड प्रोफेशनल) कोर्स की ऑनलाइन पढ़ाई की है जिसे भारत में बहुत कम लोग ही कर पाते हैं।