देहरादून : उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 11 अप्रैल को है ऐसे में पार्टियों के पास एक महीने से भी कम का समय बचा हुआ है. दोनों पार्टियां लोकसभा सीटें जीतने के लिए जी जान लगा रही हैं. बता दें पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा पांचों सीटों हरिद्वार, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी और अल्मोड़ा पर कब्जा जमाने में कामयाब रही थी। इससे पहले यानी वर्ष 2009 में ये पांचों सीटें कांग्रेस की झोली में थीं। अब दोनों ही दल सभी सीटों को झटकने के लिए जिताऊ और मजबूत प्रत्याशियों के चयन को हाथ-पांव मार रहे हैं। इसी वजह से दलों की बेचैनी बढ़ी हुई है।
खबर है कि भाजपा 18 तक प्रत्याशी घोषित कर देगी. दिल्ली में 16 मार्च को भाजपा के केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में दावेदारों पर फैसला होगा. वहीं उत्तराखंड में भाजपा अपने 40 स्टार प्रचारकों को उतार सकती है. जीत हासिल करने के लिए भाजपा जान झोक रही है जीत के लिए भाजपा उत्तराखंड में 500 सभाएं करेगी.
वहीं खबर है कि भाजपा 24, 25 और 26 मार्च को सभी संसदीय सीटों पर पार्टी सभाएं करेगी. 52 सम्मेलन प्रदेशभर में पार्टी अनुचित जाति मोर्चा प्रकोष्ठ के कराएगी. जिलास्तर पर 18 मार्च से पहले युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, किसान मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा के सम्मेलन होंगे.