देहरादून : उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने नए साल पर शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। जी हां शिक्षा विभाग में पारस्परिक तबादलों को विभाग ने मंजूरी दे दी है। लंबे समय से उत्तराखंड के शिक्षक मांग कर रहे थे कि पारस्परिक तबादले को विभाग मंजूरी दे, जिस पर विभाग ने मुहर लगाते हुए आदेश जारी कर दिया। कुछ दिनों पहले प्राथमिक शिक्षकों की पारस्परिक तबादले हुए थे जिसके बाद एलटी संवर्ग और प्रवक्ता संवर्ग में भी पारस्परिक तबादले किए जाने को लेकर शिक्षक विभाग पर दबाव डाल रहे थे, जिसके बाद शिक्षा सचिव ने पारस्परिक तबादलों को एलटी संवर्ग और प्रवक्ता संवर्ग में भी मंजूरी दे दी और आदेश भी जारी कर दिया गया है।
एलटी संवर्ग में कई सौ शिक्षकों को मिलेगा लाभ
एलटी संवर्ग की बात करें तो कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में कई सौ शिक्षकों को पारस्परिक ट्रांसफर का सीधा लाभ मिलने वाला है। कुमाऊं मंडल की बात करें तो कुमाऊं मंडल के एडिशनल डायरेक्टर मुकुल सती का कहना है कि 110 शिक्षकों ने पहले ही कुमाऊं मंडल में पारस्परिक तबादलों के लिए आवेदन किया हुआ है। साथ ही एलटी संवर्ग के 153 शिक्षकों ने मंडल परिवर्तन के लिए आवेदन किया हुआ है। वहीं गढ़वाल मंडल के एडिशनल डायरेक्टर महावीर बिष्ट का कहना है की गढ़वाल मंडल में करीब 30 शिक्षकों ने पारस्परिक ट्रांसफर के लिए पहले आवेदन किया हुआ है। साथ ही करीब 4 शिक्षकों ने मंडल परिवर्तन के तहत पारस्परिक ट्रांसफर के लिए आवेदन किया हुआ है। वहीं बताया जा रहा है कि करीब 100 प्रवक्ता ने पहले पारस्परिक ट्रांसफर किये आवेदन किया है। वहीं माना जा रहा है कि नए सिरे से आवेदन मांगे जाने पर सभी आंकड़ों में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
पारस्परिक ट्रांसफर का ये है मतलब
पारस्परिक ट्रांसफर के तहत उन शिक्षकों के ट्रांसफर होंगे जो आपसी सहमति से दो शिक्षक एक दूसरे के पद पर आना चाहते हो। साथ ही पारस्परिक ट्रांसफर तभी होगा जब एक ही विषय के शिक्षक आपस में एक दूसरे के पद पर आना चाहते हों. साथ ही पारस्परिक ट्रांसफर में सुगम की जगह आपसी सहमति पर सुगम और दुर्गम की जगह दुर्गम में ही ट्रांसफर होगा। मंडल परिवर्तन करने वाले शिक्षकों के पारस्परिक ट्रांसफर मुख्य सचिव की अनुमति के बाद ही होंगे।