- मनीष डंगवाल
देहरादून: उत्तराखंड में कोराना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। क्या आम और क्या खास ? अगर सावधानी नहीं बरती तो कोरोना होना तय मानिये। उत्तराखंड में कोराना के मामले पिछले तीनों में तीन हजार से ज्यादा आ गए हैं, जो प्रदेश की चिंता बढ़ा रहा है। कई लोगों का कहना है कि अगर मामले इसी तेजी के साथ बढ़ते रहे तो फिर प्रदेश में हालात बेेकाबू भी हो सकते हैं। लेकिन, सरकार प्रदेश की जनता को भरोसा दिला रही है कि सरकार ने इस महामारी से लड़ने की प्रर्याप्त व्यवस्था की हुई है।
उत्तराखंड में विधायकों को भी कोराना अपनी चपेट में ले रहा है। 70 विधानसभा सीटों वाले उत्तराखंड राज्य में अब तक कांग्रेस का जहां एक विधायक कोराना पाॅजिटिव पाया गया है। वहीं, सत्ता पक्ष के 10 विधायक कोरोना के चपेट में आ गए हैं। कांग्रेस के उत्तरकाशी से पुरोला विधायक कोराना संक्रमित हो चुके हैं, जो अब स्वस्थ भी हो चुके हैं। वहीं, उत्तराखंड भाजपा के 10 विधायकों में दो कैबिनेट मंत्री भी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं।
इनको हो चुका कोरोना
-सतपाल महाराज, भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री।
-मदन कौशिक, भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री।
-बंशीधर भगत, भाजपा विधायक और प्रदेश अध्यक्ष।
-कंुवर प्रणव सिंह चैंपियन, भाजपा विधायक।
-देशराज कर्णवाल, भाजपा विधायक।
-विनोद चमोली, भाजपा विधायक।
-नवीन दुम्का, भाजपा विधायक।
-सौरभ बहुगुणा, भाजपा विधायक।
-सुरेश राठोर, भाजपा विधायक।
-उमेश शर्मा काऊ, भाजपा विधायक।
ये वो विधायक और मंत्री हैं, जिनको कोराना ने अपनी चपेट में लिया है। वहीं, पूर्व विधायकों की बात करें तो पूर्व विधायक और कैबिनेट मंत्री रहे तिलक राज बेहड़, पूर्व विधायक और कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै, पूर्व विधायक कुलदीप कुमार जो भाजपा के इस समय प्रदेश महामंत्री भी हंै, इस बीमारी की चपेट में आ चुके है। अगर आप भी कोरोना से बचाना चाहते हैं, तो कोविड-19 से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन जरूर करें। जागरूकता और बचाव के जरिये भी कोरोना से बचा जा सकता है।