कोटद्वार : नगर निगम वह नगर सहायक आयुक्त कितनी जिम्मेदारी से अपने काम को अंजाम देते हैं इसका जीता जागता उदाहरण आज कोटद्वार तहसील परिसर में देखने को मिला. बताते चलें कोटद्वार नगर निगम में 133 सीआरपीसी लोक बाधा डालने की 72 लोगों के नाम से एक लिस्ट जारी की गई थी. जिसमें 2 लोग ऐसे भी हैं जो लगभग 2 साल पहले मृतक हो चुके हैं. जिनमें एक कोटद्वार के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय कमल जोशी जिनको पूरा कोटद्वार ही नहीं पूरे उत्तराखंड में उनकी अपनी एक पहचान थी. उनके नाम पर भी लोक बाधा डालने का चालान काटा गया है. दूसरा आनंद प्रकाश भाटिया की भी 2 साल पहले मौत हो चुकी है. उनका भी चालान काटा गया है जो की साफ तौर पर बताता है कि प्रशासन कितना लापरवाह है.
इससे पहले भी एक मामला कोटद्वार में हो चुका है जो कि एक शहीद को समन जारी कर दिया गया था. जिसको लेकर कोटद्वार में काफी बवाल मचा था इस तरह के कार्य करने से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं या बंद कमरों में बैठकर इस तरह की लिस्ट जारी की जाती है जो कि मृतकों को भी लोक बाधा डालने के चालान जारी कर दिए जाते हैं .
निगम की ऐसी लापरवाही पर जब उपजिलाधिकारी कमलेश मेहता से बात की गई तो उन्होने बताया कि जिसकी भी लापरवाही से ऐसा हुआ है इस पर जांच की जायेगी ओर दोषियो के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी